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This Article is From May 31, 2024

"इस बार कांग्रेस 100 पार" : मल्लिकार्जुन खरगे ने गठबंधन सरकार में PM बनने के सवाल का दिया दिलचस्प जवाब

Mallikarjun Kharge Exclusive Interview : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अंतिम चरण के मतदान से पहले एनडीटीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत की. इसमें उन्होंने कई बड़े दावे किए. पढ़िए, यह एक्सक्लूसिव इंटरव्यू....

Mallikarjun Kharge Exclusive Interview : मल्लिकार्जुन खरगे ने लोकसभा चुनाव के बीच एनडीटीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत की.

Mallikarjun Kharge Exclusive Interview : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एनडीटीवी को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू के दौरान दावा किया कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में 100 सीटों का आंकड़ा पार कर 128 सीट जीतेगी और भाजपा को सत्ता में आने से रोक देगी. कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि जो भी कांग्रेस के घोषणा-पत्र में बोला गया है, हम वो करेंगे... आरक्षण का कोटा भी 50% से बढ़ेगा... ऐसा जयललिता ने किया था तो हम क्यों नहीं कर सकते? गरीब मुसलमानों को भी आरक्षण देने के सवाल पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि जैसा मोदी जी ने गुजरात में किया, गरीब मुसलमान जातियों के लिए, वैसा ही हम भी करेंगे. 

1 जून को मीटिंग किस लिए?
इंडिया अलायंस की और से पीएम कौन बनेगा? इस सवाल के जवाब में मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि जो गठबंधन के लोग चाहेंगे, वैसा होगा. उनसे जब पूछा गया कि क्या खरगे भी हो सकते हैं? इस पर उन्होंने कहा कि स्वीकार होना चाहिए... हम मिल कर लड़े हैं... हम मिल कर तय करेंगे. गैर कांग्रेसी के पीएम बनने के सवाल पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ये गठबंधन के दल तय करेंगे. उन्होंने बताया कि वोटों की गनती में गड़बड़ी ना हो, इसके लिए 1 जून को मीटिंग बुलाई है. बता दें कि 1 जून को इंडिया गठबंधन की बैठक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जेल जाने से पहले बुलाई गई है. अंतरिम जमानत पर बाहर आए केजरीवाल को दो जून को सरेंडर करना है. सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा हो सकती है, लेकिन अभी इस पर इंडिया गठबंधन के नेता कुछ भी कहने से बच रहे हैं. बैठक में केजरीवाल, तेजस्वी यादव, अखिलेश यादव समेत तमाम विपक्षी दलों के प्रमुखों को न्योता भेजा गया है. पढ़िए, बाबा के नाम से विख्यात मनोरंजन भारती के साथ मल्लिकार्जुन खरगे का पूरा इंटरव्यू...

बाबा- ये खामौश दौर है चुनाव का, एक तरह से चुनाव अब खत्म हो चुका है. कांग्रेस कितनी सीटें जीतेगी? आपका अनुमान क्या है?
मल्लिकार्जुन खरगे- अभी 1 जून को एक चरण का चुनाव बाकी है. हम पहले से बोलते आ रहे हैं कि गठबंधन की जितनी भी पार्टियां हैं, उन्होंने मिलकर बहुत अच्छा काम किया है. परफॉर्म भी किया है... और एक दूसरे को मदद भी करने की कोशिश हुई है. बहुत से जगह हमारे वोट भी एक-दूसरे को स्थानांतरित हो गए... इससे अंदाजा लगता है कि बीजेपी को हम सत्ता में आने रोक देंगे और उतनी संख्या हमको मिलेगी और बीजेपी सत्ता में नहीं रहेगी. ये हमको एक अंदाजा मिला है.. मैं खुद तमिलनाडु से लेकर जम्मू तक गया हूं... तो हमको अंदाजा है कि गठबंधन की सरकार बनेगी..

बाबा- कांग्रेस पार्टी के लिए कोई आंकड़ा बताना चाहेंगे?
मल्लिकार्जुन खरगे- कांग्रेस पार्टी के लिए पूरा गठबंधन है...अच्छी सीटें आएंगी... और हमको तो स्वाभाविक है, जब बड़ी पार्टी हैं तो ज्यादा सीटें आएंगी.

बाबा- कांग्रेस को अच्छा परफॉर्म करना पड़ेगा..90 या 100 सीट लानी होगी..
मल्लिकार्जुन खरगे- हमारा अंदाजा है कि हम 128 तक आएंगे, लेकिन सब निर्भर करता है आखिरी फेज पर... लेकिन अब तक 100 के ऊपर के आंकड़े हमको मिले हैं. देखेंगे, आगे हमको कितने मिल जाएंगे..

बाबा- 1 जून को आपने एक बैठक बुलाई है, जिसमें सबको बुलाया गया है... उसका मकसद क्या है... और उसमें ममता बनर्जी नहीं आ रहीं. उस पर आप क्या कहेंगे? 
मल्लिकार्जुन खरगे- हमने एक इनफॉर्मल मीटिंग बुलाई है. कांउटिंग में गड़बड़ी की बहुत बार शिकायत आती हैं. फॉर्म7सी देखना चाहिए... किस तरह से हम उसको चेक कर सकते हैं और जो हमारे बूथ एजेंट होते हैं उनके बैठने का... उसके बारे में लोगों के साथ, रिटर्निंग ऑफिसर के साथ.. किस तरह से व्यवहार करना चाहिए... कहीं वोटों में हेराफेरी ना हो और जो दूसरी बात है हमारी गलतियों से वोट की हेराफेरी ना हो.

बाबा- क्या आप उस बैठक में ये भी बोलेंगे कि अपने-अपने सांसदों पर नजर रखें कि कहीं खरीद-फरोख्त की बात होती है चुनकर आने के बाद... तो ये बात भी करेंगे?
मल्लिकार्जुन खरगे- ये बात इस बैठक में कैसी होगी... ये सब जो भी होगा 4 के बाद होगा... तो हम टेक्निकली एक टीम बनाकर हर राज्य में हमारे जो प्रेसिडेंट्स हैं...वो डिसिजन प्रेसिडेंट्स को बताएंगे और ब्लॉक प्रेसिडेंट्स को बताएंगे... कि अपने-अपने इलाके में सतर्क रहना है...और कभी आपको 5 हजार वोट ज्यादा मिले तो आप उठकर चले जाते हैं कि जीत गए... अब जो हार जाता है, वो भी चला जाता है... तो ये ना हो, इसलिए हम इनफॉर्मल मीटिग कर रहे हैं.

बाबा- सबसे पहला काम क्या होगा? अगर आपकी सरकार आती है तो क्या आरक्षण का कोटा बढ़ेगा? 50 फीसदी आपने अपने संकल्प पत्र में कहा है..
मल्लिकार्जुन खरगे- जो चीजें हमने हमारे संकल्प पत्र में कहा है, वो एक-एक करके हम निपटाएंगे. एक-एक करके उसको अनुष्ठान में लाएंगे..ये सारी चीजें हम करते जाएंगे... क्योंकि हमने जो पहले से वादा किया है... जो-जो महत्वपूर्ण मुद्दे हैं... वो सब मिलकर हम करेंगे.

बाबा- संकल्प पत्र में तो है कि आरक्षण का कोटा 50 फीसदी से बढ़ाया जाएगा... करेंगे ना इम्प्लीमेंट?
मल्लिकार्जुन खरगे- हां, है. स्वाभाविक रूप से करेंगे... जब जयललिता कर सकती हैं तो हम क्यों नहीं कर सकते... जयललिता ने तो 69 प्रतिशत कर दिया था... कोटा बढ़ाने के लिए जब संविधान में प्रोविजन है...तो वैसा हम भी उसको लागू करेंगे.

बाबा- संकल्प पत्र में तो ये भी है कि जो मुस्लिम हैं, माइनॉरिटी हैं... उनको भी आरक्षण दिया जाएगा.. उनको भी कोटा में लाया जाएगा..
मल्लिकार्जुन खरगे- ये कोटे की नहीं, क्लास की बात होती है. जैसा खुद मोदी जी ने किया है कि खुद को पिछड़ी जाति में डालकर आरक्षण दिया... तो वो तरीके ढूंढेंगे... अब उसको कॉट्रोवर्सी करना... देखो, देश में आपको अच्छी सरकार देना और अच्छा देश को चलाना है संविधान के तहत. आप लोग एक एडमिनिस्ट्रेशन की बात करो और जो वादे किए हैं, उसको अमल में लाने की बात कीजिए.

बाबा- पीएम पद का उम्मीदवार कौन होगा?
मल्लिकार्जुन खरगे- जो गठबंधन के लोग चाहेंगे, वही होगा.

बाबा- खरगे साहब हो सकते हैं, कोई दिक्कत नहीं है...
मल्लिकार्जुन खरगे- वो गठबंधन के लोगों के ऊपर है, जितने भी नेता हैं गठबंधन के और जो मैटर करता है वो सब मिकर तय करेंगे, किसको बनाना है.

बाबा- बड़ा दल होने के नाते तो कांग्रेस का ही होगा?
मल्लिकार्जुन खरगे- बड़ा दल, छोटा दल... स्वीकार्यता देखते हुए करना है... अगर हमारे पास पूरे के पूरे 273 सीट होते तो हम ये कह सकते हैं... अगर हम मिलकर लड़ रहे हैं तो सबकी राय जरूरी है.. सबकी राय के ऊपर जो करेंगे, वो बहुत दिन चलने वाला है.

बाबा- आप ये तो नहीं कह रहे हैं कि कोई गैर कांग्रेसी भी हो सकता है, घटक दल से भी हो सकता है?
मल्लिकार्जुन खरगे- गैर कांग्रेसी हो सकता है... ये हो सकता है.. वो हो सकता है... मैं ये तो नहीं बोल सकता... मैंने स्पष्ट बोला गठबंधन सरकार बनाने के लिए गठबंधन के नेता तय करेंगे.

बाबा- तो ये मामला ओपन है?
मल्लिकार्जुन खरगे- हां, वो तो है.

बाबा- यदि कांग्रेस अच्छा नहीं कर पाती है तो हार का ठीकरा आप पर ही फोड़ा जाएगा... हमेशा से हुआ है कि एक स्केप घोस्ट कांग्रेस बना देती है.. हमने केसरी जी से समय में भी देखा और बाद में भी देखा...
मल्लिकार्जुन खरगे- किसके ऊपर ठीकरा पड़ेगा... क्या करेगा मैं उस चीज को नहीं जानता... अब तक मैं राजनीति में 58-60 साल और 53 साल एक्टिव राजनीति में ... बोले तो... एमएलए, एमपी, राज्यसभा, लोकसभा, ये सब देखे हम... हम उसूलों की राजनीति करते हैं. जब हम बचपन से राजनीति में आए हैं... इसलिए आएं कि हमारी आइडियोलॉजी को अनुष्ठान में लाने के लिए एक राजनीतिक ताकत होनी चाहिए... और वो राजनीतिक ताकत हमको इस्तेमाल करना है जो लोग हमारे उसूलों को... और जो लोग आज बहुत पिछड़े हैं, अति पिछड़े हैं, बहुत गरीब हैं , दलित हैं, इनकी तरफ अपना ध्यान है, मेरा खास करके.. मैं राजनीति में कभी रिटायर नहीं होने वाला हूं... राजनीति मेरी प्रतिबद्धता है... और जिस राजनीति में मैं बचपन से आया... तो इसलिए आया कि लोगों की अच्छाई के लिए... और लोगों के साथ जब अन्याय होता है... तो उनके तरफ से लड़ने के लिए मैं यहां आया हूं. हार के घर बैठने के लिए नहीं आया हूं.

बाबा- आपने आखिरी इंटरव्यू में कहा था कि 14 लोकसभा आपने देखा है.. क्या ये चुनाव अलग था?
मल्लिकार्जुन खरगे- देखो, हर चुनाव अलग-अलग रहता है... हर चुनाव में कहीं हवा रहती है...कहीं एक जगह सब शांत रहता है... कोई कुछ नहीं बोलता... और कहीं ऐसा होता है कि लोग किसी एक विषय पर भावुक हो जाते हैं... लेकिन इस वक्त जो माहौल बना.. वो महंगाई के खिलाफ, बेरोजगारी के खिलाफ और ये जो सहूलते हैं.. कमजोर वर्ग को दिए गए हैं... वो संविधान को घटाने का, जो कमजोर करने का काम उन्होंने किया... वो उसके ऊपर लोकतंत्र की जो संस्थाएं हैं.. ऑटोनोमस बॉडी उनको कमजोर करने का और उसको पूरा अपने हाथ में लेने का और लोगों को सताने का... ये चीजें पहले कभी नहीं होती थीं और कोई पहले ऐसा करता भी नहीं था.... लेवल प्लेइंग ग्राउंड होता था... जो जीतता था, वो करता था... लोग भाषण भी करते थे... हमने नेहरू जी के भाषण भी सुने हैं.. इंदिरा गांधी के सुने हैं, लाल बहादुर शास्त्री के सुने हैं और राजीव गांधी के सुने हैं... वाजपेयी के सुने हैं... वो अलग थे.. ये तो ऐसा करते हैं कि रास्ते में जाने वाले लोग जो स्पीच करते हैं, डर-डर के नुक्कड़ सभा करते हैं और बोलते हैं मंगलसूत्र, मुस्लिम और जाने क्या-क्या बोलते हैं... एक पीएम को ऐसा नहीं बोलना चाहिए... स्तर कम हो गया बोलने का... एक स्टेटमेंट के लिए नहीं बोल रहे हैं... वो लोकप्रिय होने के लिए बोल रहे हैं...

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