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This Article is From Jun 15, 2024

'महा विकास आघाडी को लोकसभा चुनाव में मिली जीत तो बस शुरुआत है' : उद्धव ठाकरे

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘महा विकास आघाडी के लिए लोकसभा चुनाव की जीत अंत नहीं, बल्कि शुरुआत है.’’ कांग्रेस नेता चव्हाण ने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद महाराष्ट्र में सरकार बदलना तय है.

'महा विकास आघाडी को लोकसभा चुनाव में मिली जीत तो बस शुरुआत है' : उद्धव ठाकरे
मुंबई:

शिवसेना(यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में महा विकास आघाडी (एमवीए) की जीत शुरुआत है, अंत नहीं. उन्होंने विश्वास जताया कि विपक्षी गठबंधन राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव जीतेगा. एमवीए में शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) शामिल हैं.

ठाकरे दक्षिण मुंबई में एमवीए के घटक दलों के संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे, जिसमें राकांपा (एसपी) प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने भी अपनी बात रखी.

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तीनों दलों ने इस साल के अंत में होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों के लिए एक प्रारंभिक बैठक भी की. ठाकरे ने कहा कि राज्य के लोगों ने दिखा दिया है कि भारतीय जनता पार्टी की अजेयता का मिथक कितना खोखला है.

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘महा विकास आघाडी के लिए लोकसभा चुनाव की जीत अंत नहीं, बल्कि शुरुआत है.'' कांग्रेस नेता चव्हाण ने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद महाराष्ट्र में सरकार बदलना तय है.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए पवार ने कहा, ‘‘हम एमवीए के वास्ते राजनीतिक माहौल को अनुकूल बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देते हैं.'' हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने 13 सीट जीतीं, जो 2019 में राज्य में जीती गई एकमात्र सीट से काफी बड़ी छलांग है, जबकि शिवसेना (यूबीटी) को नौ और राकांपा(शरदचंद्र पवार) को आठ सीट मिलीं.

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महाराष्ट्र में एमवीए का प्रदर्शन बेहतर रहा
लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे में उद्धव ठाकरे की अगुआई वाली पार्टी को एमवीए के तीनों घटक दलों में सबसे ज्यादा सीट दी गई थीं. कुल 48 लोकसभा सीट में से शिवसेना (यूबीटी) ने 21 सीट पर चुनाव लड़ा, उसके बाद कांग्रेस ने 17 और राकांपा (शरदचंद्र पवार) ने 10 सीट पर चुनाव लड़ा. इसकी तुलना में, सत्तारूढ़ महायुति सिर्फ 17 सीट ही हासिल कर सकी, जबकि भाजपा की सीट की संख्या 23 (जिसे उसने 2019 में जीता था) से घटकर नौ रह गई. एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना ने सात सीट जीतीं, जबकि अजित पवार की अगुवाई वाली राकांपा को सिर्फ एक सीट पर जीत मिली.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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