समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने रविवार यानी 26 जनवरी को प्रयागराज पहुंचकर त्रिवेणी संगम में सन्नान किया. महाकुंभ में अब तक श्रद्धालुओं की संख्या 11 करोड़ से ऊपर पहुंच गई है. अभी महाकुंभ के 13 दिन में भक्तों का जमावड़ा लगा हुआ है. मौनी अमावस्या के मौके पर 10 करोड़ भक्तों के संगम स्नान करने की संभावना है. इसके लिए प्रशासन ने तैयारी कर ली है.
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव आज दोपहर को प्रयागराज महाकुंभ पहुंचे, जहां उन्होंने संगम में आस्था की डुबकी लगाई. इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर देखने को मिल रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि अखिलेश यादव पवित्र त्रिवेणी संगम में डुबकी लगा रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, अखिलेश यादव महाकुंभ मेला क्षेत्र में स्थापित समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की प्रतिमा पर माल्यार्पण की.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाई. सपा मुखिया अखिलेश यादव रविवार को एयरपोर्ट से सीधे मेला क्षेत्र पहुंचे. यहां संगम तट पर पहुंचकर स्नान किया. सपा मुखिया अखिलेश यादव के साथ सपा नेता और कार्यकर्ता भी मौजूद रहे.
गंगा में स्नान करते समय अखिलेश यादव को चारों तरफ से सपा नेताओं ने घेर लिया था. इस दौरान अखिलेश यादव ने गंगा में स्नान करते समय सूर्य को अर्घ्य भी दिया.
संगम में डुबकी लगाने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं आज महाकुंभ में स्नान करके जा रहा हूं. मैंने 11 डुबकियां लगाई हैं. आज महाकुंभ का सकारात्मक संदेश होना चाहिए. आज के दिन यही संकल्प हो जब कभी भी हमें कुंभ याद आए, तो सौहार्द, सद्भावना और सहनशीलता हमेशा बनी रहे. मैंने पहले हरिद्वार में स्नान किया था और आज मुझे संगम में स्नान करने का मौका मिला है.
इस दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने यूपी सीएम योगी के बुलडोजर वाले एक्शन पर कहा कि बुलडोजर चले या नहीं चले, जब सरकार ही नहीं होगी तो बुलडोजर किसके पास होगा.
उन्होंने आगे कहा कि हमारा संकल्प यही है कि सद्भावना और सहनशीलता बनी रहे और स्नान सहनशीलता के साथ होना चाहिए. सरकार को महाकुंभ को स्पोर्ट्स इवेंट नहीं बनाना चाहिए. मैंने खुद अपनी आंखों से देखा है कि बुजुर्ग महिलाएं और पुरुष दूर स्थानों से पैदल चलकर महाकुंभ में आ रहे हैं लेकिन अगर सरकार महाकुंभ में हजारों करोड़ रुपए खर्च कर रही है तो बुजुर्गों के लिए कोई ऐसी व्यवस्था जरूर होनी चाहिए थी जिससे उन्हें ज्यादा पैदल नहीं चलना पड़े.
ज्ञात हो कि महाकुंभ में डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं का रेला संगम नगरी पहुंच रहा है. यहां से श्रद्धालु संगम स्थल के लिए पैदल ही कूच कर रहे हैं. बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं, युवा संगम स्थल के लिए पैदल जा रहे हैं. इस दौरान कुंभ में डुबकी लगाने को लेकर उत्साहित दिख रहे हैं.
रविवार को भीड़ बहुत ज्यादा है
मौनी अमावस्या से पहले ही प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटने लगी है. शनिवार और रविवार की छुट्टी का असर साफ देखने को मिल रहा है. हर दिशा से श्रद्धालु संगम की ओर बढ़ रहे हैं. रेलवे स्टेशनों, बस स्टॉप और हाइवे पर श्रद्धालुओं का सैलाब देखा जा सकता है. पिछले दो दिनों (शुक्रवार और शनिवार) में ही सवा करोड़ से अधिक लोगों ने संगम में स्नान किया है.
हाई अलर्ट पर मेला प्रशासन
मेला प्रशासन और कुंभ पुलिस ने अमृत स्नान पर्व को देखते हुए व्यापक तैयारियां की हैं. पूरे मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है. संगम तटों पर बैरिकेडिंग का कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है ताकि भीड़ नियंत्रण में रहे. श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए हर सेक्टर और जोन में विशेष व्यवस्था की गई है. इस दौरान किसी भी तरह का प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा.
संगम नोज पर अत्यधिक भीड़ जमा न हो, इसके लिए इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर मॉनिटरिंग करेगा. भीड़ वाले इलाकों में त्वरित कार्रवाई के लिए विशेष दल तैनात किए गए हैं. प्रमुख मार्गों पर खास निगरानी की जा रही है. साथ ही, अराजक और संदिग्ध लोगों पर भी नजर रखी जा रही है.
मेला क्षेत्र में अतिक्रमण कर लगाए गए अवैध दुकानों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. निरंतर कार्रवाई भी की जा रही है, जिससे श्रद्धालुओं को सुगम यात्रा के लिए साफ और चौड़ी सड़कें उपलब्ध कराई जा रही हैं. स्वच्छता कर्मियों को साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं.
सभी पार्किंग क्षेत्रों को सक्रिय कर दिया गया है, जहां श्रद्धालुओं को मूलभूत सुविधाएं मिलेंगी. ट्रैफिक प्लान के अनुसार पहले सबसे पास की पार्किंग में वहां पार्क कराए जाएंगे और इसके बाद दूसरी पार्किंग को उपयोग में लाया जाएगा. 2000 से अधिक नए साइनेज लगाए गए हैं ताकि लोग सही दिशा में आसानी से जा सकें.
श्रद्धालुओं को मेला का आधिकारिक चैटबॉट डाउनलोड करने की अपील की गई है. यह चैटबॉट श्रद्धालुओं को हर तरह की जानकारी देगा, जिससे उनकी यात्रा और भी सुविधाजनक होगी. इसके साथ ही गूगल नेविगेशन और पुलिसकर्मी भी श्रद्धालुओं को सही राह दिखाएंगे.
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