
- देश में एलपीजी कनेक्शन की संख्या ग्यारह वर्षों में चौदह करोड़ से बढ़कर तैंतीस करोड़ तक पहुंच गई है.
- प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत दस करोड़ से अधिक महिलाओं को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन प्रदान किए गए हैं.
- केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि 2014 के बाद से देश में सीएनजी स्टेशनों की संख्या बढ़कर आठ हजार से अधिक हो गई है.
देश में LPG के कनेक्शन (LPG Connections) पिछले ग्यारह साल में 135% बढ़ गए हैं. केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने अखिल भारतीय पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन (All India Petroleum Dealers Association) कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए यह महत्वपूर्ण जानकारी साझा की. हरदीप पुरी के मुताबिक वर्ष 2014 में देश में LPG के 14 करोड़ कनेक्शन थे, जो ग्यारह साल बाद वर्ष 2025 में बढ़कर 33 करोड़ तक पहुंच गए हैं.
हरदीप पुरी ने ट्वीट कर कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में बीते 11 वर्षों में LPG की एक ऐसी क्रांति आई जिसने हर क्षेत्र में बदलाव की एक नई बयार बहाई है."
LPG कनेक्शन:
— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) July 18, 2025
वर्ष 2014: 14 करोड़
वर्ष 2025: 33 करोड़
PM @narendramodi जी के मार्गदर्शन में बीते 11 वर्षों में LPG की एक ऐसी क्रांति आई जिसने हर क्षेत्र में बदलाव की एक नई बयार बहाई है।
इसी कड़ी में #PMUjjwala योजना के तहत 10.33 करोड़ से अधिक महिलाओं को मुफ्त में कनेक्शन दिए… pic.twitter.com/U9SSvVfdiL
10.33 करोड़ से अधिक महिलाओं को मुफ्त कनेक्शन: पुरी
पेट्रोलियम मंत्रालय के मुताबिक इस दौरान पीएम उज्ज्वला योजना के तहत 10.33 करोड़ से अधिक महिलाओं को मुफ्त में कनेक्शन दिए गए हैं. सरकारी आकड़ों के मुताबिक, आज देश में गरीब जरूरतमंद परिवारों को आज 553 रुपये में LPG सिलेंडर मिल जाता है जो कि कई अन्य LPG उत्पादक देशों से भी कम है.
हरदीप पुरी ने कहा, "पड़ोसी देश श्रीलंका में यही सिलेंडर 1204 रुपये में, नेपाल में 1201 रुपये में और पाकिस्तान में 1000 रुपये में मिल रहा है. यह क्रांति महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर करने के साथ ही रोजगार सृजन का एक बड़ा माध्यम बनी है. देश की लगभग हर रसोई में स्वच्छ ईंधन है."
पिछले पांच साल के दौरान सरकार को कई मोर्चे पर बड़ी चुनौतियों से जूझना पड़ा है, जिनमें कोविड-19 महामारी और वैश्विक भू-राजनीतिक संघर्ष शामिल हैं. वैश्विक अस्थिरता के बावजूद, कच्चे तेल की खपत में वैश्विक वृद्धि में भारत का योगदान 16 प्रतिशत रहा है और अगले तीन दशकों में इस वृद्धि के 25 प्रतिशत तक पहुंच जाने का अनुमान है.
कार्बन डाईऑक्साइड उत्सर्जन में कमी
भारतीय पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन (एआईपीडीए) के कॉन्क्लेव को सम्बोधित करते हुए हरदीप पुरी ने जैव ईंधन क्षेत्र में सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा, "2025 तक लगभग 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य हासिल कर लिया गया है, जो 2014 के 1.53 प्रतिशत की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि है. इस उपलब्धि के परिणामस्वरूप 1.4 लाख करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा की बचत हुई है. 238 लाख मीट्रिक टन कच्चे तेल का प्रतिस्थापन हुआ है, कार्बन डाईऑक्साइड के उत्सर्जन में 717 लाख मीट्रिक टन की कमी आई है और किसानों को 1.21 लाख करोड़ रुपये का सीधा भुगतान हुआ है."
पेट्रोलियम मंत्री के मुताबिक 2014 में देश में 738 CNG स्टेशन थे, जिनकी संख्या आज बढ़कर 8,100 स्टेशन से अधिक हो गई है.
उन्होंने विशेष तौर पर पेट्रोलियम डीलर समुदाय से आग्रह किया कि वे प्रमुख स्थानों पर अपने खुदरा विक्रय केंद्रों का लाभ उठाकर संचार केंद्र, बैटरी स्वैपिंग स्टेशन, वाटर कियोस्क और डिजिटल वित्तीय सेवाओं जैसी सेवाएं प्रदान करके गैर-ईंधन राजस्व जेनरेट करें.
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