लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) राष्ट्रीय मुद्दा है और लोग बेहतर संभावना, बेहतर भविष्य के लिए वोट करेंगे. विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने गुरुवार को ये बातें कही. NDTV के खास शो 'Battleground' में जयशंकर ने भारत की विदेश नीति से इतर चुनाव से जुड़े क्षेत्रीय मुद्दों पर बात की. विदेश मंत्री ने उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया कि चुनाव में क्षेत्रीय मुद्दे जैसे मणिपुर में जातीय हिंसा या दक्षिण भारत के राज्यों में टैक्स डिवोल्यूशन विवाद का असर पड़ेगा. उन्होंने कहा कि इन मुद्दों से बीजेपी की तीसरी बार जीत की संभावना पर कोई फर्क नहीं आएगा.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, "हर चुनाव में स्थानीय समस्याएं होती हैं. जब लोग वोट देंगे, तो वे खुद से सवाल करेंगे कि क्या वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा करते हैं? मैं सीटों की सटीक संख्या नहीं जानता, लेकिन आत्मविश्वास के साथ यह कह सकता हूं कि यह आपकी सोच से कहीं ज्यादा होगा. जनता के सामने बीजेपी ने 10 साल का रिकॉर्ड और भविष्य की सकारात्मक छवि रखी है."
पीएम मोदी के पास विजन को जमीन पर उतारने का टैलेंट
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का उदाहरण देते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, "पिछले 30 साल में इस सेक्टर की अनदेखी की गई है. कुछ लोग कहते हैं कि मैन्युफैक्चरिंग भारत में नहीं की जा सकती है. लेकिन, मुझे भरोसा है कि ऐसा किया जा सकता है. नरेंद्र मोदी की खासियत यह है कि उनके पास न सिर्फ विजन है, बल्कि विजन को जमीन पर उतारने का टैलेंट भी है."
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125 दिनों के अंदर लागू होंगी कई योजनाएं
उन्होंने कहा, "चुनाव के बाद 125 दिनों के अंदर कई योजनाएं लागू की जाएंगी. आप महसूस करेंगे कि ये 'विकसित भारत' की आधारशिला है. देश आगे बढ़ रहा है."
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पीएम मोदी का नहीं है कोई ऑप्शन
लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी का ऑप्शन कौन है? इस सवाल के चुनाव में जयशंकर ने कहा, "पीएम मोदी के विकल्प के तौर पर कोई और चेहरा है ही नहीं. विपक्ष और खास तौर पर कांग्रेस के नेतृत्व वाले INDIA अलायंस में ऐसा चेहरा नहीं है, जिसे पीएम मोदी के विकल्प के तौर पर देखा जा सके."
मोदी सरकार के प्रति प्रो-इंकमबेंसी
चुनाव में बीजेपी को कितनी सीटें मिल सकती हैं? इसके जवाब में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, "इस चुनाव के दौरान मेरा ज्यादातर राज्यों में लोगों के साथ इंटरैक्शन हुआ है. उसके आधार पर कहूं तो लगता है कि सपोर्ट बेस बहुत सॉलिड है. मुझे लगता है कि जब किसी सरकार की प्रो-इंकमबेंसी होती है, तो उसे जाहिर करने का तरीका भी कुछ और होता है. मुझे लगता है कि कई राज्यों में मोदी सरकार के प्रति प्रो-इंकमबेंसी है. केरल ऐसा ही स्टेट है. यहां मैं पिछले साल कई बार जा चुका हूं. इस बार मैंने तेलंगाना का दौरा भी किया है. वहां उत्साह है. मैं इतना जरूर विश्वास के साथ कह सकता हूं कि हमारी सीटें बढ़ेंगी, घटेंगी नहीं."
केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में बढ़ेंगी सीटें
बीजेपी की तरफ से कहा जा रहा है कि केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल राज्यों में वोट शेयर और लोकसभा सीटें बढ़ेंगी. ऐसा किस आधार पर कहा जा रहा है? जवाब में विदेश मंत्री कहते हैं, "इस बसे बड़ा आधार बीजेपी का स्ट्रक्चर है. बीजेपी बहुत प्रोफेशनल और सीरियस पॉलिटिकल पार्टी है. ये पार्टी को तुक्का नहीं लगाती और न ही कोई अनुमान देती है. बीजेपी आपको निर्वाचन क्षेत्र से लेकर बूथ तक का ब्योरा देती है. हमारा बूथ एनालिसिस फैक्ट्स पर आधारित होता है. इसलिए अगर कोई कहे, को कुछ खास राज्यों में वोट शेयर और सीटें बढ़ रही हैं, तो भरोसा कर सकते हैं."
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