गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में दो दिनों में 30 बच्चों की मौत के मामले में हालात का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा अस्पताल पहुंचे. इससे पहले सीएम योगी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने पूरी मदद का भरोसा दिया है. शनिवार को लखनऊ में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत की खबरों से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति प्रकरण की जांच करेगी और किसी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. ऐसे में सवाल उठता है कि बच्चों की मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई तो फिर किस वजह से हुई.
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दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
योगी ने कहा कि तथ्य को मीडिया सही तरीके से पेश करे. सीएम योगी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में हादसे से ज्यादा अपने कार्यों पर जोर दिया. उन्होंने अस्पताल के दौरे के अलावा पूरे प्रदेश के स्वास्थ्य इंतजाम पर सफाई दी. मुख्यमंत्री ने आक्सीजन आपूर्तिकर्ता को भुगतान में विलंब के लिए कॉलेज के प्रिसिंपल को दोषी ठहराते हुए कहा कि नौ अगस्त को गोरखपुर प्रवास के दौरान उन्होंने इन्सेफेलाइटिस, डेंगू, चिकुनगुनिया, स्वाइन फ्लू और कालाजार जैसे मुददों पर अधिकारियों से बातचीत की थी और उनसे पूछा था कि उनकी आवश्यकता क्या है और क्या उन्हें किसी तरह की कोई समस्या है लेकिन ऑक्सीजन आपूर्ति से जुड़ा मुद्दा उनके संज्ञान में नहीं लाया गया.
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VIDEO: दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी- CM योगी आदित्यनाथ
उधर, उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि बच्चों की मौत का कारण केवल ऑक्सीजन की कमी नहीं है. सवाल ये उठ रहा है कि दो दिन पहले ही जिस अस्पताल का दौरा ख़ुद मुख्यमंत्री ने किया था वहां पर ऐसी बदइंतज़ामी का अंदाज़ा सरकार को कैसे नहीं था ? इस पर सरकार का कहना है कि उस वक़्त ऑक्सीजन का मुद्दा किसी ने नहीं उठाया.
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दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
योगी ने कहा कि तथ्य को मीडिया सही तरीके से पेश करे. सीएम योगी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में हादसे से ज्यादा अपने कार्यों पर जोर दिया. उन्होंने अस्पताल के दौरे के अलावा पूरे प्रदेश के स्वास्थ्य इंतजाम पर सफाई दी. मुख्यमंत्री ने आक्सीजन आपूर्तिकर्ता को भुगतान में विलंब के लिए कॉलेज के प्रिसिंपल को दोषी ठहराते हुए कहा कि नौ अगस्त को गोरखपुर प्रवास के दौरान उन्होंने इन्सेफेलाइटिस, डेंगू, चिकुनगुनिया, स्वाइन फ्लू और कालाजार जैसे मुददों पर अधिकारियों से बातचीत की थी और उनसे पूछा था कि उनकी आवश्यकता क्या है और क्या उन्हें किसी तरह की कोई समस्या है लेकिन ऑक्सीजन आपूर्ति से जुड़ा मुद्दा उनके संज्ञान में नहीं लाया गया.
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उधर, उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि बच्चों की मौत का कारण केवल ऑक्सीजन की कमी नहीं है. सवाल ये उठ रहा है कि दो दिन पहले ही जिस अस्पताल का दौरा ख़ुद मुख्यमंत्री ने किया था वहां पर ऐसी बदइंतज़ामी का अंदाज़ा सरकार को कैसे नहीं था ? इस पर सरकार का कहना है कि उस वक़्त ऑक्सीजन का मुद्दा किसी ने नहीं उठाया.
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