मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की सिफारिश को लेकर सवाल उठाए हैं।
एनडीटीवी से बातचीत में केजरीवाल ने उपराज्यपाल नजीब जंग द्वारा राष्ट्रपति शासन की सिफारिश किए जाने को बिल्कुल गलत बताया और कहा कि उनकी सरकार बहुमत में थी और नियमों के मुताबिक जल्द दोबारा चुनाव कराने की उनकी सरकार की सिफारिश मानी जानी चाहिए थी।
केजरीवाल ने इस बात की तरफ भी इशारा किया कि ये सब इसलिए हो रहा है, क्योंकि कांग्रेस इस वक्त चुनाव नहीं चाहती। एनडीटीवी की ग्रुप एडिटर बरखा दत्त के साथ बातचीत में केजरीवाल ने यह भी माना कि मीडिया के दबाव में आकर एक बार सोमनाथ भारती को हटाने का फैसला हो गया था, लेकिन टीवी फुटेज देखने के बाद यह फैसला बदल दिया गया।
केजरीवाल ने कहा कि वह लोकसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं, यह तय नहीं है, लेकिन उन्होंने यह साफ कर दिया कि किसी भी पार्टी से उनका गठबंधन नहीं होगा।
उधर, दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग की राष्ट्रपति शासन की सिफारिश को केंद्रीय कैबिनेट ने मान लिया है और फिलहाल दिल्ली विधानसभा निलंबित रहेगी। प्रधानमंत्री निवास पर हुई कैबिनेट की बैठक में उपराज्यपाल की सिफारिश को मंजूरी दी गई।
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