केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को कहा कि भारत और जापान के बीच घनिष्ठ संबंध दोनों देशों के लंबे इतिहास की गहराई से जुड़े हैं. दोनों ही देश लोकतंत्र के लिए प्रतिबद्धता, कानून की सर्वोच्चता, मानवाधिकार और वैश्विक शांति जैसे आम मूल्यों को साझा करते हैं. यहां ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) द्वारा 'भारत-प्रशांत क्षेत्र : भारत-जापान हितों का मेलमिलाप' विषय पर आधारित सेमिनार को संबोधित करते हुए रिजिजू ने कहा, "भारत और जापान दोनों को अपने राजनयिक संबंध स्थापित किए 64 साल बीत चुके हैं और इस अवधि के दौरान दोनों देश आपसी मेल मिलाप से रणनीतिक एवं आर्थिक हितों पर आधारित एक बहुत मजबूत साझेदारी स्थापित करने में समर्थ रहे हैं."
उन्होंने यह भी कहा कि भारत और जापान ने सुरक्षा सहयोग के बारे में एक घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए और रक्षा उत्पादन और असैन्य परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने के लिए अनेक कदम उठाए हैं. आर्थिक संबंधों के बारे किरण रिजिजू ने कहा कि जापान दिल्ली-मुंबई फ्रेट कॉरिडोर, दिल्ली-मुंबई औद्योगिक कॉरिडोर, चेन्नई-बेंगलुरु औद्योगिक कॉरिडोर और मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेलवे जैसी अनेक विशाल बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में मदद कर रहा है.
उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापक आर्थिक भागीदारी अनुबंध किया है. मंत्री ने कहा कि जापान के निजी निवेश ने, विशेष रूप से भारत में ऑटोमोबाइल क्षेत्र में बड़ा प्रभाव डाला है. रिजिजू ने कहा कि भारत 2003 के बाद से ही जापान की आधिकारिक विकास सहायता (ओडीए) का सबसे बड़ा प्राप्तकर्ता देश है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने यह भी कहा कि भारत और जापान ने सुरक्षा सहयोग के बारे में एक घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए और रक्षा उत्पादन और असैन्य परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने के लिए अनेक कदम उठाए हैं. आर्थिक संबंधों के बारे किरण रिजिजू ने कहा कि जापान दिल्ली-मुंबई फ्रेट कॉरिडोर, दिल्ली-मुंबई औद्योगिक कॉरिडोर, चेन्नई-बेंगलुरु औद्योगिक कॉरिडोर और मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेलवे जैसी अनेक विशाल बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में मदद कर रहा है.
उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापक आर्थिक भागीदारी अनुबंध किया है. मंत्री ने कहा कि जापान के निजी निवेश ने, विशेष रूप से भारत में ऑटोमोबाइल क्षेत्र में बड़ा प्रभाव डाला है. रिजिजू ने कहा कि भारत 2003 के बाद से ही जापान की आधिकारिक विकास सहायता (ओडीए) का सबसे बड़ा प्राप्तकर्ता देश है.
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