
केशव प्रसाद मौर्य (फाइल फोटो)
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
फूलपुर से सांसद हैं केशव प्रसाद मौर्य
उनके सीट छोड़ने की स्थिति में मायावती चुनावी मैदान में उतर सकती हैं
बीजेपी के रणनीतिकार फिलहाल विपक्षी एकता बनने देने के पक्ष में नहीं
सूत्रों के मुताबिक मायावती फूलपुर उपचुनाव में उतर सकती हैं. मायावती ने हालांकि इस तरह का कोई ऐलान तो नहीं किया है लेकिन यह सीट बीएसपी के लिए मुफीद मानी जा रही है क्योंकि 1996 में यहां से पार्टी के संस्थापक कांशीराम चुनाव लड़ चुके हैं. उस दौरान सपा के जंग बहादुर पटेल ने उनको हरा जरूर दिया था लेकिन इस सीट पर अन्य पिछड़े वर्ग, अल्सपसंख्यक और दलित तबके की बड़ी आबादी है. यह भी सुगबुगाहट है कि मायावती के चुनाव लड़ने की स्थिति में सपा और कांग्रेस जैसे विपक्षी दल एकजुटता दिखाते हुए उनकी उम्मीदवारी का समर्थन कर सकते हैं. इस सूरतेहाल में सपा, कांग्रेस और बसपा के गठजोड़ वाले संयुक्त वोट से बीजेपी के प्रत्याशी को मुकाबला करना होगा.
यह भी पढ़ें-
दांवपेंच : इस्तीफे के बाद मायावती क्या इस जगह से चुनाव लड़ने की कर रहीं तैयारी?
मायावती चाहें तो हम बिहार से उन्हें राज्यसभा भेजेंगे : लालू प्रसाद यादव
राज्यसभा से बसपा सुप्रीमो मायावती के इस्तीफे के मायने....
महागठबंधन का टेस्ट
2019 के लोकसभा चुनावों की पृष्ठभूमि में इस विपक्षी गठजोड़ को सियासी टेस्ट के रूप में भी देखा जा रहा है. इस लिहाज से बीजेपी सतर्क हो गई है और वह किसी भी सूरत में विपक्षी महागठबंधन को फिलहाल कोई मौका देने के मूड में नहीं है. इस लिहाज से सूत्रों के मुताबिक बीजेपी के रणनीतिकार मान रहे हैं कि केशव प्रसाद मौर्य की सीट फिलहाल उनके पास ही बरकरार बनी रहनी चाहिए.
VIDEO-मायावती का इस्तीफा मंजूर
मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना सूत्रों के मुताबिक इस बात की भी संभावना है कि 15 अगस्त के बाद पीएम नरेंद्र मोदी अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं. लिहाजा केशव प्रसाद मौर्य को केंद्र में मंत्री बनाया जा सकता है. हालांकि इस दशा में यूपी में प्रचंड बहुमत से सत्ता में आई बीजेपी को सीएम योगी के मंत्रिमंडल में जातीय समीकरण साधने के लिए किसी अन्य ओबीसी चेहरे को केशव प्रसाद मौर्य की जगह लाना होगा.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं