ब्रिटिश महिला के नाम से फेसबुक (Facebook) पर अकाउंट बनाकर, दोस्ती करके महंगे उपहार भेजने का झांसा देकर केरल के एक पादरी (Kerala Catholic priest) से साढ़े तीन लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. पुलिस सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि केरल के रहने वाले पादरी जोमन सैमुअल को पिछली 28 अगस्त को रेजिना हेंडरसन के नाम से फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट आयी. बातचीत के दौरान रेजिना ने खुद को ब्रिटेन की निवासी बताया और सैमुअल की ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर मांगा. खुद को पादरी से प्रभावित बता कर रेजिना ने आईफोन, एप्पल लैपटॉप और सोने के आभूषण जैसे महंगे उपहार भेजने की बात कही. एक दिन सैमुअल के पास फोन आया. कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को कस्टम विभाग का अधिकारी बताते हुए कहा कि उनके नाम पर एक पार्सल आया है और कस्टम ड्यूटी के तौर पर एक बैंक खाते में तीन बार में तीन लाख 56 हजार 125 रुपये जमा करा लिए.
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सूत्रों ने बताया कि कई दिन तक उपहार न मिलने पर पादरी को ठगी की आशंका हुई. इसके बाद उन्होंने कथित कस्टम अधिकारी द्वारा बताये गये खाते की जानकारी की तो पता चला कि वह बरेली के आंवला क्षेत्र स्थित बैंक भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में आकिल नबी नामक व्यक्ति के नाम पर है.
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उन्होंने बताया कि इस पर पादरी ने अपने एक मित्र के जरिए दिल्ली पुलिस आयुक्त और बरेली के अपर पुलिस महानिदेशक अविनाश चंद्र से शिकायत की थी. चंद्र के आदेश पर बुधवार रात आंवला थाने में रेजिना हेडरसन, आकिल नबी और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि साइबर ठगी के मामले में आंवला की बैंक शाखा का सम्पर्क मिलने की बात सामने आई है. इसकी विधिवत जांच कराई जाएगी. हवाला और साइबर ठगी में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी.
आंवला थाने के प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार सिंह ने बताया, ‘‘मामले की विवेचना उपनिरीक्षक उदय वीर सिंह यादव को दी गई है. खाता धारक आकिल बदायूं जिले के बिसौली का रहने वाला है. आंवला में सिर्फ उसका बैंक खाता है. खाते का विवरण लखनऊ से पता कराया जा रहा है.''
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