
जी परमेश्वरा की फाइल फोटो
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सरकार न चलने की अटकलें गलत
परमेश्वरा ने कहा हम पांच साल जरूर पूरा करेंगे
कांग्रेस के नेता सिद्धारमैया ने किया था दावा
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राजनीतिक कारणों से वे कहते हैं कि यह सरकार केवल एक साल चलेगी. कुछ लोग कहते हैं कि दो साल. भले ही कांग्रेस विधायक सिद्धरमैया से मिलने के लिए लगातार जा रहे हो किंतु परमेश्वरा को इसमें कुछ भी गलत नहीं दिखता. उन्होंने कहा कि यदि हम (कांग्रेस के विधायक) अपनी पार्टी के किसी व्यक्ति से मिलते हैं तो बुरा क्या है ? इसमें भ्रम कहां है ? बिलकुल भी भ्रम नहीं है. सिद्धरमैया का मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी के साथ नया बजट पेश करने को लेकर मतभेद है. कांग्रेस नेता इस बात पर बल दे रहे हैं कि मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने फरवरी में जो बजट पेश किया था वह पूर्ण है.
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गौरतलब है कि कुछ दिन पहले कर्नाटक में बजट को लेकर कांग्रेस और जदएस के बीच गतिरोध की खबर सामने आई थी. पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया चाहते थे कि जो बजट उन्होंने पेश किया था उसे ही कुमारास्वामी सरकार आगे बढ़ाए, नया बजट पेश न किया जाए. लेकिन कहा जा रहा है कि राहुल गांधी के हस्ताक्षेप के बाद कुमारास्वामी नए बजट की तैयारी में जुट गए हैं. विधानसभा में बजट को लेकर गहमा-गहमी जारी है.
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मुख्यमंत्री कुमारास्वामी दुविधा में है कि भले ही राहुल गांधी की दखल के बाद वे नए सिरे से बजट बनाने में जुटे हो लेकिन इस बजट के भविष्य को लेकर तस्वीर साफ नहीं है. कर्नाटक मुख्यमंत्री एच डी कुमारास्वामी ने कहा था कि बजट आना है लेकिन पेश हो पाएगा या नही इस पर लोग सवाल उठा रहे हैं. पिछले साल फरवरी में जब बजट पेश हुए था तब के 100 एमएलए हार गए हैं. (इनपुट भाषा से)
VIDEO: बजट पर कांग्रेस और जेडीएस में टकराव.
ऐसे में नए विधायकों का भी ख्याल रखना है. सरकार 5 जुलाई को बजट पेश करना चाहती है. पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया मंगलोर में इलाज करवा रहे है. वह किसानों की कर्ज माफी के पक्ष में नहीं है. वहीं कर्नाटक में जेडीएस और कांग्रेस गठबंधन सरकार किसानों के 10,000 करोड़ रुपये का कर्ज माफ करेगी. मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया, 'किसानों द्वारा जिला सहकारी बैंकों और राज्य सहकारी बैंकों से लिए गए कर्ज और उसका ब्याज माफ किया जाएगा जिससे राजकोष पर 10,000 करोड़ रुपये का दबाव आएगा.' मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में किसानों की कर्ज माफी पर फैसला लिया गया.(इनपुट भाषा से)
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