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This Article is From Feb 17, 2024

BJP में जाने की अटकलों के बीच बेटे के साथ दिल्ली पहुंचे कमलनाथ, भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की खबर

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और नकुलनाथ ने भाजपा ज्वाइन करने की अटकलों के बीच आज दिल्ली जाने से पहले दमुआ में आम जनसभा को संबोधित किया

BJP में जाने की अटकलों के बीच बेटे के साथ दिल्ली पहुंचे कमलनाथ, भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की खबर
कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो सकते हैं कमलनाथ

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भारतीय जनता पार्टी के साथ जाने की अटकलों के बीच शनिवार दोपहर दिल्ली पहुंचे. वह पिछले कुछ दिनों से मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा के दौरे पर थे, जहां से वह नौ बार सांसद रहे हैं. उनके पुत्र नकुल नाथ 2019 के चुनाव में इस सीट से लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुए.

साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और नकुलनाथ ने भाजपा ज्वाइन करने की अटकलों के बीच आज दिल्ली जाने से पहले दमुआ में आम जनसभा को संबोधित किया, जहां सभा को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि मैने छिंदवाड़ा को अपनी जवानी समर्पित कर दी. मैं छिंदवाड़ा के नए विकास के लिए हमेशा कोशिश करता रहूंगा. वहीं, नकुलनाथ ने कहा की जो प्यार छिंदवाड़ा की जनता ने कमलनाथजी को दिया है. वहीं, प्यार आप मुझे आगामी लोकसभा चुनाव में देंगे.

कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने जबलपुर में संवाददाताओं से कहा, 'मैंने कल रात 10.30 बजे कमलनाथ से बात की, वह छिंदवाड़ा में हैं.'

उनका कहना था, 'एक व्यक्ति जिसने अपनी राजनीतिक यात्रा कांग्रेस से शुरू की और जब इंदिरा गांधी को जनता पार्टी द्वारा जेल भेजा गया तो वह नेहरू-गांधी परिवार के साथ खड़ा था, क्या आपको लगता है कि ऐसा व्यक्ति कभी कांग्रेस और गांधी परिवार छोड़ेगा?'

ऐसा कहा जाता है कि कमलनाथ राज्यसभा सीट नहीं मिलने से नाराज हैं और पिछले साल के अंत में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी के हारने के बाद से राहुल गांधी भी उनके विरोध में हैं.

मध्य प्रदेश के पूर्व CM कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने की खबरों पर मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा, "ये खबरें निराधार हैं. क्या आप सपने में भी सोच सकते हैं कि इंदिरा जी का तीसरा बेटा कांग्रेस छोड़ सकता है, जिनके नेतृत्व में 2 महीने पहले हमने चुनाव लड़ा, जिन्हें मुख्यमंत्री बनाने के लिए कांग्रेस के कार्यकर्ता अपना सब कुछ न्योछावर करता रहा, क्या वो कांग्रेस को छोड़कर जा सकते हैं."


विधानसभा चुनाव में हार के बाद कमलनाथ को पार्टी की मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था और उनके स्थान पर जीतू पटवारी को जिम्मेदारी सौंप गई थी. मध्य प्रदेश में भाजपा ने 230 सदस्यीय सदन में 163 सीटें जीतकर सत्ता बरकरार रखी. कांग्रेस सिर्फ 66 सीटें जीतने में कामयाब रही.

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