इंदौर:
समझौता एक्सप्रेस बम कांड में भूमिका के आरोप में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के हत्थे चढ़े कमल चौहान के पिता ने सोमवार को उसे बेकसूर बताया। मगर यह बात कबूल की कि उनका 25 वर्षीय बेटा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा में शामिल होता रहा है।
उधर, संघ ने स्पष्ट किया है कि चौहान उसका ‘जिम्मेदार कार्यकर्ता’ नहीं है। चौहान इंदौर से करीब 35 किलोमीटर दूर देपालपुर क्षेत्र के मूरखेड़ा गांव का रहने वाला है। उसके पिता राधेश्याम ने कहा, ‘मेरा बेटा आठवीं पास है और मेरी तरह खेती-किसानी करता है। उसे (समझौता एक्सप्रेस बम कांड में) जबरन पकड़कर बंद कर दिया गया है।’ उन्होंने एक सवाल पर इस बात से साफ इनकार किया कि उनके परिवार का समझौता एक्सप्रेस धमाकों के मामले के फरार प्रमुख अभियुक्तों-रामजी कलसांगरा और संदीप डांगे से कोई संबंध है, लेकिन स्वीकार किया कि उनका बेटा पिछले दो-चार साल से संघ की शाखा में जा रहा था।
इस बात की चौहान के दोस्त किस्मत ने भी तस्दीक की, जो मीडिया से बातचीत के दौरान राधेश्याम के साथ मौजूद था। उधर, संघ ने चौहान के साथ अपने किसी आधिकारिक संबंध से साफ इनकार किया है।
संघ से चौहान के जुड़ाव के बारे में पूछे जाने पर संगठन के मालवा प्रांत के प्रचार प्रमुख प्रवीण काबरा ने कहा, ‘संघ की शाखाओं में कई लोग आते-जाते रहते हैं, लेकिन चौहान हमारा जिम्मेदार कार्यकर्ता नहीं है। उसे संगठन के स्तर पर कोई दायित्व नहीं सौंपा गया था।’ दिल्ली से लाहौर जा रही समझौता एक्सप्रेस में पानीपत के पास फरवरी 2007 के दौरान भीषण बम धमाके हुए थे। इनमें भारत और पाकिस्तान के 68 लोगों की मौत हो गयी थी, जबकि दर्जनों अन्य जख्मी हुए थे।
उधर, संघ ने स्पष्ट किया है कि चौहान उसका ‘जिम्मेदार कार्यकर्ता’ नहीं है। चौहान इंदौर से करीब 35 किलोमीटर दूर देपालपुर क्षेत्र के मूरखेड़ा गांव का रहने वाला है। उसके पिता राधेश्याम ने कहा, ‘मेरा बेटा आठवीं पास है और मेरी तरह खेती-किसानी करता है। उसे (समझौता एक्सप्रेस बम कांड में) जबरन पकड़कर बंद कर दिया गया है।’ उन्होंने एक सवाल पर इस बात से साफ इनकार किया कि उनके परिवार का समझौता एक्सप्रेस धमाकों के मामले के फरार प्रमुख अभियुक्तों-रामजी कलसांगरा और संदीप डांगे से कोई संबंध है, लेकिन स्वीकार किया कि उनका बेटा पिछले दो-चार साल से संघ की शाखा में जा रहा था।
इस बात की चौहान के दोस्त किस्मत ने भी तस्दीक की, जो मीडिया से बातचीत के दौरान राधेश्याम के साथ मौजूद था। उधर, संघ ने चौहान के साथ अपने किसी आधिकारिक संबंध से साफ इनकार किया है।
संघ से चौहान के जुड़ाव के बारे में पूछे जाने पर संगठन के मालवा प्रांत के प्रचार प्रमुख प्रवीण काबरा ने कहा, ‘संघ की शाखाओं में कई लोग आते-जाते रहते हैं, लेकिन चौहान हमारा जिम्मेदार कार्यकर्ता नहीं है। उसे संगठन के स्तर पर कोई दायित्व नहीं सौंपा गया था।’ दिल्ली से लाहौर जा रही समझौता एक्सप्रेस में पानीपत के पास फरवरी 2007 के दौरान भीषण बम धमाके हुए थे। इनमें भारत और पाकिस्तान के 68 लोगों की मौत हो गयी थी, जबकि दर्जनों अन्य जख्मी हुए थे।
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