हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (फाइल फोटो)
कुरूक्षेत्र:
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सलाह दी कि अदालतों को अपना फैसला हिन्दी या क्षेत्रीय भाषाओं में सुनाना चाहिए.
कुरुक्षेत्र में एचएसएलएसए की ओर से आयोजित स्टूडेंट्स लीगल लिटरेसी मिशन के वार्षिक समारोह-2016 में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने सलाह दी कि अदालत को फैसला हिन्दी या क्षेत्रीय भाषा में सुनाना चाहिए.
सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, खट्टर ने कहा, कम से कम फैसले की प्रति तो हिन्दी में उपलब्ध करायी ही जानी चाहिए. समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद सुप्रीम कोर्ट के जज न्यायमूर्ति जे.एस. खेहर ने एचएसएलएसए को निर्देश दिया कि वह इस संबंध में एक प्रस्ताव बनाकर भेजे.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कुरुक्षेत्र में एचएसएलएसए की ओर से आयोजित स्टूडेंट्स लीगल लिटरेसी मिशन के वार्षिक समारोह-2016 में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने सलाह दी कि अदालत को फैसला हिन्दी या क्षेत्रीय भाषा में सुनाना चाहिए.
सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, खट्टर ने कहा, कम से कम फैसले की प्रति तो हिन्दी में उपलब्ध करायी ही जानी चाहिए. समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद सुप्रीम कोर्ट के जज न्यायमूर्ति जे.एस. खेहर ने एचएसएलएसए को निर्देश दिया कि वह इस संबंध में एक प्रस्ताव बनाकर भेजे.
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