पश्चिम बंगाल संदेशखाली में महिलाओं के साथ हुए यौन उत्पीड़न (Sandeshkhali Violence) और हिंसा मामले की जांच के लिए बीजेपी ने एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक हाईलेवल कमेटी का गठन किया है. इस कमेटी में केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, प्रतिमा भौमिक, बीजेपी सांसद सुनीता दुग्गल, कविता पाटीदार, संगीता यादव और बृजलाल को शामिल किया गया है. कमेटी के ये सभी सदस्य घटना स्थल पर जाकर स्थिति का जायजा लेंगे, पीड़ितों से बात करेंगे और अपनी रिपोर्ट जेपी नड्डा (JP Nadda) को सौंपेंगे.
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संदेशखाली हिंसा की जांच के लिए कमेटी का गठन
कमेटी के ये सदस्य घटनास्थल पर जाकर जानकारी इकट्ठा करेंगे और उसके बाद कमेटी अपनी रिपोर्ट बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंपेगी. बीजेपी की तरफ से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा गया कि, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में महिलाओं के साथ हुए यौन उत्पीड़न और हिंसा की घटना ह्रदय विदारक बताया. उन्होंने कहा कि लगातार महिला उत्पीड़न और गुंडागर्दी की घटना हो रही है और प्रशासन मूकदर्शक बनकर देख रहा है. पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था का बुरा हाल है.
BJP National President JP Nadda constitutes a high-level committee to inquire about the Sandeshkhali incident. Union Ministers Annapurna Devi, Pratima Bhowmik, BJP MPs Sunita Duggal, Kavita Patidar, Sangeeta Yadav and Brijlal will visit the incident site and take stock of the… pic.twitter.com/UYJdUQbyX2
— ANI (@ANI) February 14, 2024
जेपी नड्डा को रिपोर्ट सौंपेगी जांच कमेटी
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संदेशखाली की घटना पर उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है. जांच टीम घटनास्थल पर जाकर तथ्यों की जानकारी इकट्ठा कर इसकी जानकारी उनको सौंपेगी. बता दें कि बुधवार को संदेशखाली की घटना को लेकर जारी विवादों के बीच वहां जा रहे बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष की पुलिस के साथ झड़प हो गई. इस घटना में उन्हें हल्की चोट भी लगी. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार (Sukant Majumdar) को घायल हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया गया था.
बता दें कि संदेशखाली में स्थानीय महिलाओं ने टीएमसी नेता शाहजहां शेख और उनके साथियों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. मजूमदार उसके बाद से ही बंगाल के उत्तरी -24 परगना के एक इलाके में डेरा डाले हुए थे. वहीं संदेशखाली में हिंसा की शिकार एक महिला ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा, "क्या हम अपना सम्मान वापस मिलेगा?... राज्य पुलिस शाहजहां, शिबू, उत्तम, रंजू, संजू और अन्य को कभी हिरासत में नहीं लेगी."
क्या है महिलाओं का आरोप?
संदेशखाली में प्रदर्शनकारी महिलाओं ने आरोप लगाया था कि शाहजहां और उसके 'गिरोह' ने उनका यौन उत्पीड़न करने के अलावा, जमीन के बड़े हिस्से पर बलपूर्वक कब्जा कर लिया है. इस आरोप के बाद शाहजहां के समर्थक सड़कों पर भी उतरे, जिससे तनाव और बढ़ गया.
कौन है शाहजहां शेख?
बता दें कि शेख शाहजहां टीएमसी के नेता हैं. पिछले महीने जब प्रवर्तन निदेशालय की टीम उनके आवास पर छापेमारी के लिए पहुंची थी तो उनके समर्थकों ने अधिकारियों पर हमला कर दिया था. इस घटना का कथित मास्टरमाइंड तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख को माना जाता है. ईडी के अधिकारी राशन वितरण घोटाले की जांच के मामले में शेख के घर पहुंचे थे. इस घटना के लगभग एक महीने बाद दर्जनों महिलाओं ने मीडिया के सामने आकर शाहजहां शेख के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए हैं. जिसके बाद से एक बार फिर यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है.
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