जेएनयू प्रशासन ने धरना प्रदर्शन करने वाले छात्रों के लिए गाइडलाइन जारी की है.
खास बातें
- हिंसा करने पर 30 हजार रुपये के जुर्माना का था प्रावधान.
- आपत्तिजनक शब्दों पर 50 हजार रुपये तक का जुर्माना.
- छात्रों ने नए नियमों को 'काला नियम' दिया था करार.
नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) ने परिसर में शारीरिक हिंसा, गाली-गलौज और धरना देने पर छात्रों पर 50000 रुपये का जुर्माना लगाने वाले नियमों को वापस ले लिया है. विश्वविद्यालय की कुलपति ने गुरुवार को यह जानकारी दी.‘जेएनयू के छात्रों के अनुशासन और उचित आचरण के नियम' शीर्षक वाले 10 पन्नों के दस्तावेज में प्रदर्शन और जालसाजी जैसे विभिन्न कृत्यों के लिए दंड का प्रावधान है. इसमें प्रॉक्टर स्तर की जांच की प्रक्रिया और बयान दर्ज करने का भी प्रावधान है. इसमें 5000 रुपये से लेकर 50000 रुपये तक जुर्माने या विश्वविद्यालय से निष्कासित करने और प्रवेश निरस्त करने का भी प्रावधान है.