हेमा मालिनी
नई दिल्ली:
जयललिता और हेमा मालिनी ने एक साथ फिल्मी करियर की शुरुआत की थी. दोनों ने ही बाद में राजनीति में कदम रखा. हेमा मालिनी ने मीडिया से बात करते हुए काह कि हमने तमिल फिल्म अडाई से काम करना शुरू किया था. तमिल हम दोनों की मातृ भाषा है. यह फिल्म त्रिकोणीय प्रेम संबंधों पर आधारित थी. हेमा मालिनी ने बताया कि बाद में निर्माता ने किसी वजह से मुझे हटा दिया. हेमा ने बताया कि उनकी ही तरह जयललिता भी एक क्लासिकल डांसर थीं.
हेमा के अनुसार वह जयललिता की खूबसूरती की कायल थीं. हेमा ने कहा कि जया काफी विनम्र और गरिमामयी महिला थीं.
हेमा ने कहा कि जिस महिला से मैं सेट पर मिली थी वह राजनीति में आई तो उसका अंदाज बदल सा गया था. वह शर्मीली होते हुए भी राजनीति में आईं और एक शक्तिशाली महिला के रूप में लोगों ने उन्हें जाना. राजनीति में उन्होंने अपनी एक अलग छाप छोड़ी. वह गरीबी की मसीहा बन गईं और लोग उन्हें अम्मा-अम्मा कहकर पुकारने लगे. यह वह जगह थी जो जयललिता ने अपने लिए बनाई थी.
हेमा मालिनी की नजर में जयललिता ने सबसे बड़ी उपलब्धि पुरुषों के वर्चस्व वाले क्षेत्र राजनीति में अपनी एक जगह बनाना है. राजनीति में उनपर तमाम हमले हुए लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और आगे बढ़ती गईं. यही वजह कि उन्होंने राज्य से लेकर केंद्र तक की राजनीति में अपनी जगह बना ली थी.
हेमा ने कहा कि इसके कुछ दिन बाद फिर जयाललिता के साथ दूसरी फिल्म में काम करने का मौका मिला. हेमा के अनुसार इस समय उन्होंने जया के साथ काफी समय बिताया. उन्होंने बताया कि जयाललिता सेट पर अपनी मां के साथ आया करती थीं. वे पूरे समय अलग ही रहा करती थीं. लोगों से कम बात किया करती थीं. मैंने महसूस किया कि वह शर्मीले स्वभाव की थीं.Tamil Nadu admired & adored her as did people all over India. She was a much respected leader, who held her own in a world of men. RIP Jaya!
— Hema Malini (@dreamgirlhema) December 5, 2016
हेमा के अनुसार वह जयललिता की खूबसूरती की कायल थीं. हेमा ने कहा कि जया काफी विनम्र और गरिमामयी महिला थीं.
हेमा ने कहा कि जिस महिला से मैं सेट पर मिली थी वह राजनीति में आई तो उसका अंदाज बदल सा गया था. वह शर्मीली होते हुए भी राजनीति में आईं और एक शक्तिशाली महिला के रूप में लोगों ने उन्हें जाना. राजनीति में उन्होंने अपनी एक अलग छाप छोड़ी. वह गरीबी की मसीहा बन गईं और लोग उन्हें अम्मा-अम्मा कहकर पुकारने लगे. यह वह जगह थी जो जयललिता ने अपने लिए बनाई थी.
V upset to hear abt Jayalalitha's passing away. She was strong,had tremendous will power & carved a special niche for herself in politics.
— Hema Malini (@dreamgirlhema) December 5, 2016
हेमा मालिनी की नजर में जयललिता ने सबसे बड़ी उपलब्धि पुरुषों के वर्चस्व वाले क्षेत्र राजनीति में अपनी एक जगह बनाना है. राजनीति में उनपर तमाम हमले हुए लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और आगे बढ़ती गईं. यही वजह कि उन्होंने राज्य से लेकर केंद्र तक की राजनीति में अपनी जगह बना ली थी.
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