Jamwa Ramgarh Election Results 2023: जानें, जमवा रामगढ़ (राजस्थान) विधानसभा क्षेत्र को

जमवा रामगढ़ विधानसभा सीट पर साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कुल 206066 वोटर मौजूद थे, जिनमें से 89165 ने कांग्रेस उम्मीदवार गोपाल लाल मीणा को वोट देकर जिताया था, जबकि 67481 वोट पा सके भाजपा प्रत्याशी महेंद्र पाल मीणा 21684 वोटों से चुनाव हार गए थे.

Jamwa Ramgarh Election Results 2023: जानें, जमवा रामगढ़ (राजस्थान) विधानसभा क्षेत्र को

Assembly Elections 2023 के अंतर्गत राजस्थान में 25 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा, और चुनाव परिणाम (Election Results) 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.

उत्तर भारत के अहम राज्यों में शुमार होने वाले राजस्थान (Rajasthan Assembly Elections 2023) राज्य के पूर्व क्षेत्र में मौजूद है जयपुर जिला, जहां बसा है जमवा रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र, जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर कुल 206066 मतदाता थे, और उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार गोपाल लाल मीणा को 89165 वोट देकर विजयश्री प्रदान की थी, और विधायक बना दिया था, जबकि भाजपा उम्मीदवार महेंद्र पाल मीणा को 67481 मतदाताओं का भरोसा हासिल हो पाया था, और वह 21684 वोटों से चुनाव हार गए थे.

इससे पहले, साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में जमवा रामगढ़ विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार जगदीश नारायण ने जीत हासिल की थी, और उन्हें 64162 मतदाताओं का समर्थन मिला था. विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार शंकर लाल को 32261 वोट मिल पाए थे, और वह 31901 वोटों के अंतर से दूसरे पायदान पर रह गए थे.

इसी तरह, विधानसभा चुनाव 2008 में जमवा रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार गोपाल मीणा को कुल 36451 वोट हासिल हुए थे, और वह विधानसभा पहुंचे थे, जबकि भाजपा प्रत्याशी जगदीश नारायण दूसरे पायदान पर रह गए थे, क्योंकि उन्हें 34898 वोटरों का ही समर्थन मिल पाया था, और वह 1553 वोटों से चुनाव में पिछड़ गए थे.

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वैसे, गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव 2018, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को राजस्थान में कामयाबी मिली थी, और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पिछड़ गई थी. कांग्रेस के वरिष्ठतम नेताओं में शुमार होने वाले अशोक गहलोत को एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी, और इस समय वह एन्टी-इन्कम्बेन्सी की लहर के बावजूद अपनी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बूते लगातार दूसरा कार्यकाल हासिल होने की उम्मीद कर रहे हैं. दूसरी ओर, BJP भी गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार और लगातार बढ़ते अपराधों के मुद्दों को लेकर ज़ोर-शोर से प्रचार अभियान में जुटी है, और उसे भी पूरी उम्मीद है कि राजस्थान की जनता द्वारा हर पांच साल में सत्ता बदलने की परिपाटी जारी रहेगी, और इस बार उन्हें कामयाबी ज़रूर हासिल होगी.