जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में गर्भवती महिला की मौत के बाद शव को ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली. जिसकी वजह से परिवार को स्ट्रेचर ट्रॉली पर उसका शव ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा. आरोप है कि अस्पताल प्रशासन ने एंबुलेंस देने से मना कर दिया था. परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से महिला की मौत हुई है. अधिकारियों ने इस मामले में जांच के आदेश जारी कर दिए हैं. लापरवाही के लिए एक डॉक्टर और नर्स को सस्पेंड कर दिया गया है.
पिछले 10 दिन में कथित तौर पर चिकित्साकर्मियों की लापरवाही का यह दूसरी मामला है. इससे पहले अनंतनाग जिले में एक और गर्भवती महिला की मौत हो चुकी है. इस घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है. जिसमें मृत महिला को उसके परिवारवाले स्ट्रेचर ट्रॉली पर लेकर जा रहे हैं. इस घटना के बाद से इलाके में तनाव है. प्रदर्शनकारियों ने न्याय की मांग और डॉक्टरों की खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया.
It seems COVID paranoia is seriously impairing our health system for critical care and maternity in Kashmir. In last 10 days, this is second death of a pregnant woman in Anantnag due to medical negligence. pic.twitter.com/EyS3DG56za
— Nazir Masoodi (@nazir_masoodi) May 4, 2020
महिला के परिवार वालों ने बताया कि उसे डॉक्टरों ने सीर हमदान से अनंतनाग में मैटरनिटी अस्पताल में भर्ती कराया था. दोनों ही अस्पताल में महिला के ऊपर ध्यान नहीं दिया गया. अधिकारियों ने कहा कि अनंतनाग अस्पताल में पहुंचते ही डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
अनंतनाग के डिप्टी कमिश्नर बशीर अहमद डार ने दावा किया कि शव की कोविड-19 टेस्टिंग से बचने के लिए परिजन खुद ही ट्राली में शव लेकर अपने घर की तरफ निकल पड़े थे. उन्होंने ट्वीट में कहा, "शुरुआती जानकारी में यह बात सामने आ रही है कि महिला के रिश्तेदारों को इस बात का डर था कि यदि कोरोना की जांच के लिए महिला के नमूने लिए गए तो उन्हें महिला को दफन करने के लिए इंतजार करना पड़ेगा. इसी वजह से वे खुद महिला के शव को लेकर अस्पताल से निकल गए.
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