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खूबसूरती के चक्‍कर में हादसों को बुलावा, एनडीटीवी की मुहिम में जानिए कैसे शिकार हो जाते हैं लोग

पिछले कुछ वक्‍त में बालकनी से गमले गिरने के कई मामले सामने आए हैं, जिनमें कुछ लोग हादसे का शिकार हो चुके हैं. इस मुद्दे पर एनडीटीवी 'बालकनी से गमला हटाओ' की मुहिम चला रहा है.

नई दिल्‍ली:

देश में बहुमंजिला इमारतों की संख्‍या लगातार बढ़ रही है. फ्लैटों में रहने वाले लोग अक्‍सर अपने घरों को बेहतर और सजावटी लुक देने के लिए गमलों में पौधे लगाते हैं. हालांकि बहुत से लोग अपने घर की बालकनी में यह गमले टांग देते हैं या फिर उन्‍हें दीवार पर रखते हैं. पिछले कुछ वक्‍त में बालकनी से गमले गिरने के कई मामले सामने आए हैं, जिनमें कुछ लोग हादसे का शिकार हो चुके हैं. ऐसा ही मामला पिछले साल उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में सामने आया था, जहां पर एक बुजुर्ग महिला घायल हो गई थीं. प्रशासन की ओर से भी इसे लेकर हाईराइज सोसायटियों के लिए निर्देश जारी किए गए हैं. एनडीटीवी की मुहिम 'बालकनी से गमला हटाओ' में बात इस मुद्दे पर. 

गाजियाबाद में गमले के गिरने से पिछले साल 67 साल की मानसी तिवारी घायल हो गई थीं. तेज आंधी-तूफान के दौरान एक गमला सातवीं मंजिल से उनके ऊपर गिर गया था. इस हादसे में वह बुरी तरह से घायल हो गईं थीं. बच्चों को बचाने के चक्कर में गमला मानसी के ऊपर गिर गया था. इस दौरान उनके कंधे की पांच हड्डियां टूट गई थीं. अस्पताल में 17 दिन रहने के बाद मानसी डिस्चार्ज हुई, लेकिन जहां चोट लगी थी वहां पर आज भी दर्द होता है. 

उन्‍होंने बताया कि बच्चों को बचाने के चक्कर में मेरे ऊपर गमला गिर गया. मुझे कुछ होश नहीं था, लोग मुझे अस्पताल ले गए और मैं 17 दिन तक भर्ती रही. मुझे लगता है कि लोगों को समझदारी दिखानी चाहिए और बालकनी में ऐसे गमलों को नहीं रखना चाहिए. कई लोग ऐसे भी हैं जो अभी इसका पालन नहीं कर रहे हैं. ऐसे में उनके खिलाफ सख्ती भी होनी चाहिए. मुझे लगता है कि लोगों को गमले अंदर रखने चाहिए, बालकनी में रखने ही नहीं चाहिए. 

मानसी के परिवार ने दर्ज कराई है शिकायत 

उस घटना से पहले ही गाजियाबाद प्रशासन ने एक निर्देश जारी किया था कि लोग बालकनी से गमले हटा दें, लेकिन इसके बावजूद भी कुछ लोगों ने इस बात को नहीं माना. घटना के बाद मानसी की परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज की है, लेकिन अब तक उन लोगों के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठा है.

पीड़ित के पति ने कहा कि जिन लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया उन्हें कोई पछतावा नहीं है. वह सॉरी बोलने तक नहीं आए हैं. हमने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. प्रशासन निर्देश तो जारी करता है कि लोग गमले हटाएं लेकिन इसका सख्‍ती से पालन कराना चााहिए. 

सोसायटी भी कर रही है लोगों को जागरूक 

घटना के बाद से वसुंधरा ग्रैंड सोसाइटी के अपार्टमेंट ऑनर एसोसिएशन भी सख्त कदम उठा रहा है. एओए की तरफ से सभी को ग्रुप में जानकारी दी जा रही है कि लोग गमले अपने बालकनी से हटा लें और घर-घर जाकर चेकिंग भी की जा रही है. वसुंधरा ग्रैंड सोसायटी की एओए उपाध्‍यक्ष प्रीति झा ने कहा कि हमारे यहां लोग इस निर्देश का पालन कर रहे हैं. हम पिछले साल से ही अलर्ट मोड पर हैं और घर-घर जाकर चेकिंग भी की जा रही है. मीडिया के माध्यम से भी जो खबरें आ रही हैं, उसको भी ऑफिशियल ग्रुप पर भेज कर लोगों को सचेत किया जा रहा है. 

हाईराइज सोसायटियों के लिए निर्देश जारी  

गाजियाबाद के अपर जिला अधिकारी शहर गंभीर सिंह ने निर्देश जारी करके सभी हाईराइज सोसाइटी में रह रहे लोगों को बालकनी से गमले हटाने को कहा है. एनडीटीवी से बात करते हुए ADM सिटी ने कहा कि कई बार तेज हवाओं या फिर बंदर के कारण गमले बालकनी से नीचे गिर जाते हैं, इससे लोग हादसे का शिकार हो जाते हैं. ऐसे में इस दुर्घटनाओं से बचने के लिए हमने निर्देश जारी किया है. 
 

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