- इंडिगो एयरलाइंस का परिचालन फरवरी 2026 तक पूरी तरह सामान्य होने की संभावना बताई गई है
- दिसंबर में रोजाना 170 से 200 से अधिक उड़ानों के रद्द होने से यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा
- दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद एयरपोर्टों पर हजारों यात्री लंबी देरी और फ्लाइट रद्द होने के कारण फंसे रहे
इंडिगो एयरलाइंस का संकट लंबे वक्त तक हवाई यात्रियों के लिए तकलीफदेह साबित हो सकता है. देश की सबसे बड़ी एयरलाइंस ने कहा है कि उसके विमानों का परिचालन 10 फरवरी 2026 तक पूरी तरह सामान्य होने के आसार हैं. इससे क्रिसमस, न्यू ईयर में छुट्टियों का मजा लेने के लिए फ्लाइट बुकिंग करने वालों का मजा किरकिरा हो सकता है.उसने फ्लाइट ड्यूटी के मानकों में ढिलाई की गुहार भी लगाई है. इससे हजारों यात्रियों के लिए संकट आगे भी जारी रह सकता है. उड़ानें रद्द होने या 12-14 घंटे की देरी से उड़ने से हजारों यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ी.4 दिसंबर को दिल्ली एयरपोर्ट पर ही 172 फ्लाइट कैंसल करनी पड़ीं.
इंडिगो का गहराता संकट (Indigo Crisis)
- 4 दिसंबर को 550 फ्लाइट कैंसल
- 3 दिसंबर को 200 उड़ानें रद्द हुईं
- 2 दिसंबर को 100 से अधिक कैंसल
देश के बड़े हवाई अड्डों पर यात्रियों का बुरा हाल
दिल्ली एयरपोर्ट-172
मुंबई एयरपोर्ट-118
बेंगलुरु एयरपोर्ट-100
हैदराबाद एयरपोर्ट-75
कोलकाता एयरपोर्ट-35
चेन्नई एयरपोर्ट-26
गोवा एयरपोर्ट-11
दिल्ली से मुंबई और हैदराबाद तक फंसे हजारों यात्री
दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, मुंबई एयरपोर्ट, हैदराबाद एयरपोर्ट, बेंगलुरु, गोवा से लेकर चेन्नई तक यही आलम रहा. डीजीसीए ने आगाह किया है कि इंडिगो में कैंसल फ्लाइट की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. यह रोजाना170-200 फ्लाइट से भी ज्यादा हो गया है, जो असामान्य हालात हैं. देश के 6 बड़े एयरपोर्ट दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु और हैदराबाद के आंकड़ों को ही जोड़ लें तो एयरलाइन की फ्लाइट ड्यूटी टाइमिंग गिरकर 20 फीसदी पर आ गई है, जो 2 दिसंबर को 35 फीसदी थी.

Indigo Flight Update
हवाई अड्डों पर इंतजार की इंतहा
हवाई यात्रियों का सबसे ज्यादा गुस्सा इस बात पर फूट रहा है कि एयरलाइंस उन्हें कोई सही सटीक जानकारी नहीं दे रही है. उन्हें बस 1-2 घंटे और इंतजार करने को कहा जाता है. आलम यह है कि यात्री महिलाओं, बच्चे और बुजुर्गों के साथ हवाई अड्डों पर 10 से 12 घंटे तक फ्लाइट के इंतजार में बैठे हैं और अंत में उन्हें यह सूचना दी जाती है कि उनकी फ्लाइट अब कैंसल हो गई है. इंडिगो पर संकट से दूसरी एयरलाइंस पर हवाई किराया आसमान छूने लगा है. दिल्ली से मुंबई का किराया भी 4 दिसंबर को 25 हजार रुपये का किराया दिखा रहा था, जो सामान्य दिनों में 5 हजार के आसपास होता है.
स्टाफ की भारी कमी
बताया जा रहा है कि इंडिगो पायलट और प्लेन के क्रू मेंबर यानी स्टाफ की भारी कमी का सामना कर रही है. फ्लाइट ड्यूटी की सीमा तय करने वाले नए FTDL नियम लागू होने के बाद से ही एयरलाइन ये संकट झेल रही है. नए नियमों के तहत पायलटों के लिए वीकली रेस्ट का समय बढ़ाया गया है. रात में लैंडिंग की तादाद कम की गई है ताकि फ्लाइट सेफ्टी बेहतर की जा सके.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं