
(प्रतीकात्मक तस्वीर)
- डब्ल्यूएमसीसी के 10वें चरण में सीमा से संबंधित मुद्दों पर की चर्चा.
- दोनों देशों के बीच रचनात्मक और दूरंदेशी तरीकों से चर्चा हुई.
- भारत की तरफ से विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव प्रणव राय ने हिस्सा लिया.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
यह बैठक ऐसे समय हुई है, जब कुछ माह पहले भूटान में दोनों देशों की सेना आमने-सामने आ गई थी और इससे क्षेत्र में तनाव उत्पन्न हो गया था. बाद में अगस्त में दोनों देशों की सेनाओं के पीछे हटने के फैसले के बाद यह विवाद समाप्त हुआ था.
यह भी पढ़ें : डोनाल्ड ट्रंप चाहते हैं कि उत्तर कोरिया पर ज्यादा दबाव बनाए चीन : व्हाइट हाउस
इससे पहले इस माह की शुरुआत में चीन ने रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण की अरुणाचल यात्रा का विरोध किया था, लेकिन भारत ने इस राज्य को कड़ाई से भारत का अभिन्न अंग बताया था. इस बैठक में भारत की तरफ से विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव(पूर्व एशिया) प्रणव राय और चीन की तरफ से चीनी विदेश मंत्रालय में एशियाई मामलों के विभाग में महानिदेशक जिआओ क्यान मौजूद थे.
VIDEO : पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी शिनफिंग के बीच हुई मुलाकात
मंत्रालय के बयान के अनुसार, दोनों पक्षों की तरफ से कूटनीतिक एवं सैन्य अधिकारी शामिल थे. वीएमसीसी की स्थापना भारत और चीन की सीमा पर शांति स्थापना के मद्देनजर समन्वय व परामर्श के लिए कार्यतंत्र गठित करने और दोनों देशों के बीच संचार मजबूत करने और विचारों का आदान-प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं