दवा निर्माता कंपनी भारत बायोटेक अगले साल की दूसरी तिमाही में कोरोना की वैक्सीन (Covaxin) बाजार में पेश करने की तैयारी कर रही है. कंपनी के कार्यकारी निदेशक साई प्रसाद ने उम्मीद जताई कि टीके के लिए सभी नियामकीय मंजूरी उचित समय पर मिल जाएगी. हालांकि टीके कोवैक्सीन की कीमत अभी तय नहीं की गई है.
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भारत बायोटेक फिलहाल देश के विभिन्न स्थानों पर वैक्सीन के तीसरे चरण के परीक्षण कर रही है. भारत बायोटेक इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) के सहयोग से टीके कोवैक्सीन का विकास कर रही है. साई प्रसाद ने रविवार को कहा कि अगर हम परीक्षण के अपने अंतिम चरण में सुरक्षा, टीके के प्रभाव के डेटा और मानकों का ध्यान रखते हुए सभी मंजूरी हासिल करते हैं तो 2021 की दूसरी तिमाही में इसे पेश किया जा सकता है.
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तीसरे चरण के लिए परीक्षण स्थलों का चयन
कंपनी ने ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) से तीसरे चरण के परीक्षण के लिए अनुमोदन प्राप्त करने के बाद ट्रायल के स्थानों पर जरूरी तैयारी शुरू की गई है. 13-14 राज्यों में 25 से 30 स्थलों पर इस चरण के परीक्षण में वैक्सीन और प्लेसबो प्राप्तकर्ताओं को दो खुराक दी जाएंगी. एक अस्पताल में लगभग 2,000 लोगों को पंजीकृत किया जा सकता है.
400 करोड़ रुपये का निवेश का लक्ष्य
भारत बायोटेक के कार्यकारी निदेशक ने कहा कि वैक्सीन के विकास और विनिर्माण सुविधाओं के लिए करीब 350-400 करोड़ रुपये के निवेश की जरूरत है. इसमें अगले तीन महीनों में चरण परीक्षण के संचालन के लिए आवश्यक निवेश शामिल है. भारत बायोटेक ने कहा कि वह सरकारी और निजी दोनों के लिए टीके की आपूर्ति करना चाहती है. प्रसाद ने स्पष्ट किया कि वैक्सीन की कीमत अभी निर्धारित नहीं की गई है, क्योंकि कंपनी अभी भी उत्पाद विकास की लागत देख रही है। अभी कंपनी का ध्यान तीसरे चरण के परीक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करना है.
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