मोदी सरकार में मंत्री सत्यपाल सिंह
मुंबई:
मोदी सरकार में मंत्री सत्यपाल सिंह ने सदियों से कायम डार्विन के विकासवाद के सिद्धांत को गलत करार दिया है. उन्होंने दावा किया कि डार्विन गलत थे, किसी ने बंदर को इंसान में बदलते नहीं देखा. केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री सत्यपाल सिंह ने कहा कि मानव विकास संबंधी चार्ल्स डार्विन के विकासवाद के सिद्धांत वैज्ञानिक तौर पर गलत है.
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उन्होंने स्कूल और कॉलेज के पाठ्यक्रम में इसमें बदलाव की भी हिमायत की. साथ ही कहा कि जब से इस धरती पर इंसान आया है, तब से वह मानव रूप में ही है. यानी इंसान मानव के रूप में ही इस धरती पर आया है. मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री सिंह ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने कभी किसी कपि के इंसान बनने का उल्लेख नहीं किया है. उन्होंने कल संवाददाताओं से बातचीत में यहां कहा, ‘(इंसानों के विकास संबंधी) चार्ल्स डार्विन का सिद्धांत वैज्ञानिक रूप से गलत है. स्कूल और कॉलेज पाठ्यक्रम में इसे बदलने की जरूरत है.
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इंसान जब से पृथ्वी पर देखा गया है, हमेशा इंसान ही रहा है.’ ऑल इंडिया वैदिक सम्मेलन में हिस्सा लेने मध्य महाराष्ट्र के इस शहर में आए पूर्व आईपीएस अधिकारी ने कहा, ‘‘हमारे किसी भी पूर्वज ने लिखित या मौखिक रूप में कपि को इंसान में बदलने का जिक्र नहीं किया था.’ डार्विनवाद जैविक विकास से संबंधित सिद्धांत है. उन्नीसवीं सदी के अंग्रेज प्रकृतिवादी डार्विन और अन्य ने यह सिद्धांत दिया था.
बता दें कि मंत्री बनने से पहले सत्यपाल सिंह मुंबई पुलिस के कमिश्नर भी रह चुके हैं.
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उन्होंने स्कूल और कॉलेज के पाठ्यक्रम में इसमें बदलाव की भी हिमायत की. साथ ही कहा कि जब से इस धरती पर इंसान आया है, तब से वह मानव रूप में ही है. यानी इंसान मानव के रूप में ही इस धरती पर आया है. मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री सिंह ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने कभी किसी कपि के इंसान बनने का उल्लेख नहीं किया है. उन्होंने कल संवाददाताओं से बातचीत में यहां कहा, ‘(इंसानों के विकास संबंधी) चार्ल्स डार्विन का सिद्धांत वैज्ञानिक रूप से गलत है. स्कूल और कॉलेज पाठ्यक्रम में इसे बदलने की जरूरत है.
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इंसान जब से पृथ्वी पर देखा गया है, हमेशा इंसान ही रहा है.’ ऑल इंडिया वैदिक सम्मेलन में हिस्सा लेने मध्य महाराष्ट्र के इस शहर में आए पूर्व आईपीएस अधिकारी ने कहा, ‘‘हमारे किसी भी पूर्वज ने लिखित या मौखिक रूप में कपि को इंसान में बदलने का जिक्र नहीं किया था.’ डार्विनवाद जैविक विकास से संबंधित सिद्धांत है. उन्नीसवीं सदी के अंग्रेज प्रकृतिवादी डार्विन और अन्य ने यह सिद्धांत दिया था.
बता दें कि मंत्री बनने से पहले सत्यपाल सिंह मुंबई पुलिस के कमिश्नर भी रह चुके हैं.
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