
पंजाब के गुरदासपुर में कुछ बाइक सवार हमलावरों ने गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया की मां की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी. मृतक महिला की पहचान हरजीत कौर के रूप में की गई है. हरजीत की हत्या की जिम्मेदारी हरियाणा के जिन दो कुख्यात गैंगस्टरों प्रभू दासुवाल और कौशल चौधरी ने सोशल मीडिया पर ली है वे बंबीहा गैंग (Bambiha Gang) से जुड़े हुए हैं. पुलिस फिलहाल इस सोशल मीडिया पोस्ट की जांच कर रही है. इस बीच ये जानना भी जरूरी है कि बंबीहा गैंग की शुरुआत आखिर हुई कैसे और इसका सरगना कौन था. ये गैंग लॉरेंस बिश्नोई गैंग का जानी दुश्मन क्यों है, सबकुछ डिटेल में जानें.
ये भी पढ़ें- गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया की मां की सरेआम गोली मारकर हत्या, बंबीहा गिरोह ने ली जिम्मेदारी
कहां-कहां फैला है बंबीहा गैंग?
बंबीहा गैंग कोई छोटा-मोटा गैंग नहीं है. यह पूरे देश में फैला हुआ है. इसका कोई एक सरगना नहीं है. राज्यों के हिसाब से इसके सरगना अलग-अलग हैं. जैसे कौशल चौधरी गुड़गांव और अमित डागर हरियाणा में गैंग की जिम्मेदारी संभालते हैं. इन इलाकों में इन दोनों का खौफ है. वहीं चंडीगढ़ और आसपास में भूप्पी राणा का आतंक फैला हुआ है. पंजाब के बाकी हिस्सों की कमान सुकप्रीत बुड्डा और अन्य लोगों के पास है. ये तो बात हुई देश की. विदेशों में भी इस गैंग के लोग एक्टिव हैं.अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला कनाडा में और पटियाल अमेरिका में बैठकर बंबीहा गैंग चला रहे हैं.
कैसे हुई बंबीहा गैंग की शुरुआत?
बंबीहा गैंग की शुरुआत साल 2010 में हुई थी. गैंग का सरगना दविंदर बहुत ही लोकप्रिय कबड्डी खिलाड़ी था. उसे एक कत्ल के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था, जिसके बाद उसको जेल की सजा हो गई. जेल के अंदर दविंदर, बंबीहा के नाम से जाना जाने लगा. जेल में उसकी पहचान कई गैंगस्टरों से हो गई और वहीं पर उनके साथ उसकी ट्रेनिंग हुई. फिर क्या था दविंदर जुर्म की दुनिया में उतरकर बंबीहा गैंग का सरगना बन बैठा. दविंदर का पूरा नाम दविंदर सिंह सिद्धू था. वह पंजाब के मोगा जिले के बंबीहा गांव का रहने वाला था. इसी गांव के नाम पर उसके गैंग का नाम बंबीहा पड़ा. पंजाब पुलिस ने साल 2016 में एक मुठभेड़ के दौरान बंबीहा को मार गिराया था.
बंबीहा गैंग अब कौन चला रहा है?
दविंदर सिंह सिद्धू की मौत को 10 साल हो चुके हैं. लेकिन ये गैंग खत्म नहीं हुआ बल्कि गुजरते वक्त के साथ और फल-फूल रहा है. देश-विदेश में इसके न जाने कितने सरगना हैं. दविंदर की मौत के बाद यह गैंग गौरव पटियाल उर्फ लकी और सुखप्रीत सिंह बुड्डा के हाथ में आ गया. वह अर्मेनिया में बैठकर गैंग को चला रहा है.
लॉरेंस बिश्नोई गैंग और बंबीहा गैंग की दुश्मनी की कहानी
लॉरेंस बिश्नोई गैंग और बंबीहा गैंग के बीच दुश्मनी की असली वजह तो आज तक पता नहीं चल सका लेकिन इनकी दुश्मनी में अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है.कहा जाता है कि सिंगर सिद्धू मूसेवाला की मौत के बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग और बंबीहा गैंग के बीच दुश्मनी शुरू हो गई. बंबीहा गैंग की पहुंच अब दिल्ली तक हो गई है. दोनों की दुश्मनी को लेकर कहा ये भी जाता है कि गोल्डी बराड़ के चचेरा भाई गुरलाल बराड़ की साल 2020 में हत्या कर दी गई थी. गुरलाल की हत्या में बंबीहा गैंग के गुरलाल पहलवान का नाम सामने आया था. लॉरेंस बिश्नोई इस बात से बहुत आहत हुआ. उसने अपने भाई की हत्या का बदला लेने के लिए गुरलाल पहलवान की हत्या करवा दी थी.
संदीप नांगल को भी बंबीहा गैंग ने मारा था. बंबीहा बोले नाम का एक गाना रिलीज होने के बाद सिद्धू मूसेवाला का नाम भी बंबीहा गैंग से जोड़ा जाने लगा. मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ही ली थी. इस तरह दोनों गैंग के बीच दुश्मनी और भी बढ़ गई.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं