दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आखिरकार उत्तर दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके में एक मकान मिल गया है और वह अगले महीने की शुरुआत तक तिलक लेन स्थित अपना सरकारी आवास खाली कर सकते हैं।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'मैंने आखिरकार सिविल लाइंस इलाके में नरेंद्र जैन द्वारा ऑफर किए गए मकान में रहने का फैसला किया है। शुक्रिया नरेनजी।'
जैन चांदनी चौक से कांग्रेस के पूर्व सांसद भीखू राम जैन के बेटे हैं और वह खुद को दिल्ली में संपत्ति किराए पर देने वाला व्यापारी बताते हैं। संपर्क किए जाने पर पहले तो जैन ने इस बात से इनकार किया कि केजरीवाल को किराए पर मकान दिया गया है। बहरहाल, कुछ घंटों बाद उन्होंने स्वीकार किया कि मकान वाकई आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक को दिया गया है।
जैन ने कहा, 'मैंने अपने ब्रोकर से कहा था कि वह मकान किराए पर दे दें। लिहाजा, जब उसने केजरीवाल को किराए पर मकान देने का फैसला किया जो मुझे पता नहीं था कि यह उन्हें दिया गया है।'
इस मकान में चार बेडरूम और बाथरूम, एक रसोईघर, एक डाइनिंग रूम और एक हॉल है। इसमें एक बरसाती, बेसमेंट और मकान के आगे-पीछे छोटे-छोटे बगीचे हैं।
कभी यह मकान सलमान रश्दी के पिता का हुआ करता था, पर 1960 के दशक में इसे बेच दिया गया था। जैन ने यह मकान 2005 में खरीदा था और उसके बाद से यह खाली पड़ा है।
ऐसी खबरें थी कि केजरीवाल को यह मकान एक रुपये प्रति महीने के किराए पर दिया गया है पर जैन ने इससे इनकार किया है। जैन ने कहा, 'अभी किराये पर फैसला नहीं हुआ है। यह आपस में तय कर लिया जाएगा। मकान रियायती दर पर किराए पर दिया जाएगा और अगले महीने तक करार की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इस मकान से 50 से 60 हजार रुपये का किराया मिल सकता है।'
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