सिकंदराबाद:
सिकंदराबाद में सोमवार सुबह एक होटल की इमारत ढह जाने से 12 लोगों की मौत हो गई और 14 लोग घायल हो गए। इमारत के मालिक के बेटे समेत कुछ लोग अभी भी मलबे में फंसे हैं, जिन्हें निकालने का काम जारी है।
पुलिस ने जानकारी दी है कि सिकंदराबाद के राष्ट्रपति रोड पर स्थित सिटी लाइट होटल की दो मंजिली इमारत सुबह लगभग 6.30 बजे ढह गई।
पुलिस, दमकल विभाग के कर्मचारी एवं बचावकर्मियों ने मलबे से 22 लोगों को बाहर निकाला है और इनमें से 15 को सरकारी गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से कुछ घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है।
कई ऑटो-रिक्शा चालक और दिहाड़ी मजदूर ईरानी चाय और नाश्ता लेने के लिए यहां मौजूद थे।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. किरन कुमार रेड्डी ने घटनास्थल का दौरा कर जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों से घायलों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
इससे पहले, हैदराबाद के पुलिस आयुक्त अनुराग शर्मा ने संवाददाताओं को बताया था कि अब तक छह शव मिले हैं और 11 घायलों को बाहर निकाला गया है।
उन्होंने कहा, हमें 20 अन्य लोगों के मलबे के नीचे फंसे होने की आशंका है।
ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (जीएचएमसी), दमकल विभाग के कर्मचारी, केंद्रीय आरक्षी पुलिस बल (सीआरपीएफ) और हैदराबाद मेट्रो रेल की टीम मलबे को हटाकर इसमें फंसे हुए लोगों को निकालने के काम में जुटी हुई है।
बचाव दल ने घटनास्थल पर मलबे को हटाने के लिए बड़े क्रेन लगाए हैं। जीएचएमसी के आयुक्त कृष्ण बाबू इस कार्य का निरीक्षण कर रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि इस दल ने 22 लोगों को बाहर निकाला है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई बल (एनडीआरएफ) को भी बचाव कार्य के लिए बुलाया गया है।
मलबे से निकाले गए एक होटल कर्मचारी ने बताया कि दुर्घटना के समय 30 कर्मचारी इमारत में मौजूद थे। मृतकों में होटल के चार कर्मचारी और ओडिशा के दो लोग शामिल हैं।
स्थानीय लोगों ने नगर निगम को इस घटना का जिम्मेदार माना है। जीएचएमसी के आयुक्त ने हालांकि, कहा कि यह जर्जर इमारत नहीं थी और न ही सिकंदराबाद की उन 57 इमारतों में शामिल है, जिसके ढहाए जाने के लिए नोटिस जारी किए गए थे।
उन्होंने कहा, इमारत स्थिर नजर आती थी। इमारत के ऊपर बनी भट्टी और हलीम ने शायद इमारत को कमजोर कर दी होगी, लेकिन वास्तविक वजह का पता जांच से ही चलेगा।
होटल मालिक ने मुसलमानों के पवित्र महीने रमजान के दौरान गोमांस से बनने वाले लोकप्रिय व्यंजन के लिए कथित रूप से भट्टी का निर्माण किया था।
आयुक्त ने कहा कि होटल के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।
लगभग छह दशक पुराना सिटी लाइट होटल सिकंदराबाद की खास पहचान थी। व्यस्त राष्ट्रपति रोड पर स्थित यह होटल ईरानी चाय, नाश्ता, बिरयानी और अन्य स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए मशहूर था।
इमारत के ढहने से इलाके में यातायात बाधित हो गया है। यातायात पुलिस ने विभिन्न स्थानों पर यातायात का रुख दूसरे मार्ग की तरफ मोड़ दिया।
पुलिस ने जानकारी दी है कि सिकंदराबाद के राष्ट्रपति रोड पर स्थित सिटी लाइट होटल की दो मंजिली इमारत सुबह लगभग 6.30 बजे ढह गई।
पुलिस, दमकल विभाग के कर्मचारी एवं बचावकर्मियों ने मलबे से 22 लोगों को बाहर निकाला है और इनमें से 15 को सरकारी गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से कुछ घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है।
कई ऑटो-रिक्शा चालक और दिहाड़ी मजदूर ईरानी चाय और नाश्ता लेने के लिए यहां मौजूद थे।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. किरन कुमार रेड्डी ने घटनास्थल का दौरा कर जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों से घायलों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
इससे पहले, हैदराबाद के पुलिस आयुक्त अनुराग शर्मा ने संवाददाताओं को बताया था कि अब तक छह शव मिले हैं और 11 घायलों को बाहर निकाला गया है।
उन्होंने कहा, हमें 20 अन्य लोगों के मलबे के नीचे फंसे होने की आशंका है।
ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (जीएचएमसी), दमकल विभाग के कर्मचारी, केंद्रीय आरक्षी पुलिस बल (सीआरपीएफ) और हैदराबाद मेट्रो रेल की टीम मलबे को हटाकर इसमें फंसे हुए लोगों को निकालने के काम में जुटी हुई है।
बचाव दल ने घटनास्थल पर मलबे को हटाने के लिए बड़े क्रेन लगाए हैं। जीएचएमसी के आयुक्त कृष्ण बाबू इस कार्य का निरीक्षण कर रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि इस दल ने 22 लोगों को बाहर निकाला है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई बल (एनडीआरएफ) को भी बचाव कार्य के लिए बुलाया गया है।
मलबे से निकाले गए एक होटल कर्मचारी ने बताया कि दुर्घटना के समय 30 कर्मचारी इमारत में मौजूद थे। मृतकों में होटल के चार कर्मचारी और ओडिशा के दो लोग शामिल हैं।
स्थानीय लोगों ने नगर निगम को इस घटना का जिम्मेदार माना है। जीएचएमसी के आयुक्त ने हालांकि, कहा कि यह जर्जर इमारत नहीं थी और न ही सिकंदराबाद की उन 57 इमारतों में शामिल है, जिसके ढहाए जाने के लिए नोटिस जारी किए गए थे।
उन्होंने कहा, इमारत स्थिर नजर आती थी। इमारत के ऊपर बनी भट्टी और हलीम ने शायद इमारत को कमजोर कर दी होगी, लेकिन वास्तविक वजह का पता जांच से ही चलेगा।
होटल मालिक ने मुसलमानों के पवित्र महीने रमजान के दौरान गोमांस से बनने वाले लोकप्रिय व्यंजन के लिए कथित रूप से भट्टी का निर्माण किया था।
आयुक्त ने कहा कि होटल के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।
लगभग छह दशक पुराना सिटी लाइट होटल सिकंदराबाद की खास पहचान थी। व्यस्त राष्ट्रपति रोड पर स्थित यह होटल ईरानी चाय, नाश्ता, बिरयानी और अन्य स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए मशहूर था।
इमारत के ढहने से इलाके में यातायात बाधित हो गया है। यातायात पुलिस ने विभिन्न स्थानों पर यातायात का रुख दूसरे मार्ग की तरफ मोड़ दिया।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
आंध्र प्रदेश, सिकंदराबाद, सिटी लाइट होटल, होटल की इमारत गिरी, Andhra Pradesh, City Light Hotel, Secunderabad