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जिसके हाथ आया 20 अरब का ये शापित हीरा, वो बेमौत मारा गया! गोलकुंडा से अमेरिका तक की कहानी पढ़िए

कोहिनूर हीरे का नाम तो सभी ने सुना होगा, लेकिन भारत से एक और नायाब हीरा मिला. जो कई मालिकों के हाथों से होता हुआ अमेरिका में जा पहुंचा. जहां इस हीरे का नाम होप डायमंड है. होप डायमंड को शापित माना जाता है, कहा जाता है कि ये चमकदार नीला हीरा जिसके हाथ पड़ा, उसे अकाल मौत का सामना करना पड़ा.

जिसके हाथ आया 20 अरब का ये शापित हीरा, वो बेमौत मारा गया!  गोलकुंडा से अमेरिका तक की कहानी पढ़िए
भारत का बेशकीमती हीरा अब अमेरिका के म्यूजियम में
नई दिल्ली:

बचपन से हम सब ये सुनते आए हैं कि एक जमाने में भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था. लेकिन इसके बाद अंग्रेज भारत आए और यहां से खजाना और कीमती चीजें लूटकर ले गए. इतिहास के पन्नों में कई जगहों पर जिक्र है कि अंग्रेज और अन्य आक्रमणकारियों ने भारत के मंदिरों को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ी. कहते हैं कि अगर भारत के खजाने ना लूटे जाते तो मौजूदा दौर में भी भारत को सोने की चिड़िया ही कहा जाता. दरअसल भारत से कोहिनूर के अलावा एक और नायाब हीरा लूटा गया. इस हीरे को होप डायमंड के नाम से जाना जाता है जो कि फिलहाल अमेरिका में है.

भारत में कहां से मिला होप डायमंड

शुरुआत में तो माना जाता रहा है कि यह हीरा गुंटूर के कोल्लूरकी खदानों से निकाला गया था. हालांकि, नए साक्ष्यों से मिली जानकारी में इसके मिलने की जगह कुछ और बताई गई है. जिससे पता चलता है कि यह हीरा आंध्र प्रदेश के वज्रकरुर के किम्बरलाइट क्षेत्रों से मिला होगा, जहां इसे अन्य हीरों के साथ पाया गया. यह स्थान गोलकोंडा से लगभग 300 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.

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दिलचस्प है होप डायमंड की कहानी

17वीं सदी में इस हीरे की खोज के बाद से ही इसके कई मालिक बदल चुके हैं. ऐसा माना जाता है कि फ्रांसीसी रत्न व्यापारी जीन-बैप्टिस्ट टैवर्नियर ने इसे बिना तराशे ही इसे खरीद लिया था. वहीं स्मिथसोनियन के अनुसार, समय के साथ इस हीरे का मालिकाना हक अलग-अलग राजशाही परिवारों के पास रहा, जिसमें फ्रांस के लुई XIV और न्यूयॉर्क शहर के हैरी विंस्टन शामिल हैं, जिन्होंने बाद में इसे 1958 में वाशिंगटन, डी.सी. में स्मिथसोनियन इंस्टीट्यूशन को दान कर दिया.

होप डायमंड को क्यों माना जाता है शापित

एक किंवदंती के अनुसार होप डायमंड को शापित बताया जाता है. बताया जाता है कि टैवर्नियर ने इसे खरीदा नहीं था, बल्कि इसे एक भारतीय मंदिर में एक हिंदू मूर्ति से चुराया गया था. दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन डायमंड म्यूजियम के अनुसार, जब मंदिर के पुजारियों को पता चला कि हीरा गायब हो गया है, तो उन्होंने इसे चुराने वाले शख्स को श्राप दे दिया. ऐसा भी माना जाता है कि इस श्राप के कारण ही हीरे के कई मालिकों को अकाल मृत्यु का सामना करना पड़ा.

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 कितना नायाब है भारत से मिला ये हीरा

1839 में, हेनरी फिलिप होप नामक एक रत्न संग्रहकर्ता ने इस हीरे को खरीदा, इसके बाद ही इस हीरे का नाम बाद में उनके नाम पर रखा गया. स्मिथसोनियन के अनुसार, यह हीरा अब 16 सफ़ेद हीरों से घिरे एक पेंडेंट में जड़ा है, जो 45 सफ़ेद हीरों से सजी एक चेन के साथ जुड़ा हुआ है. जिसे मौजूद वक्त में वाशिंगटन, डी.सी. में स्मिथसोनियन नेशनल म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री में रखा गया है.

होप डायमंड की कीमत

शिकागो डायमंड बायर के अनुसार, होप डायमंड की कीमत $250 मिलियन (लगभग 20,86,41,00,000रुपये) से अधिक है. जिस हीरे की इतनी कीमत हो, इससे अंदाजा लगा लीजिए कि ये कितना नायाब होगा. 

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