
बेंगलुरु में रात भर हुई भारी बारिश की वजह से विभिन्न इलाके बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, सड़कों पर जगह जगह पानी भर गया है और कई आवासीय इलाके जलमग्न हो गए हैं. शहर में अभी और बारिश के आसार हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के बुलेटिन के अनुसार, पिछले 24 घंटों में बेंगलुरु में 103 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई.
सोशल मीडिया पर बेंगलुरु के विभिन्न हिस्सों से जलमग्न सड़कों के वीडियो सामने आ रहे हैं, जिसमें दिखाया गया कि बारिश के बीच शहर किस तरह की समस्याओं से जूझ रहा है. गृह मंत्री जी परमेश्वर के अनुसार, पिछले तीन दिनों से बेंगलुरु में भारी बारिश हो रही है.

गृह मंत्री ने कहा, ‘‘मानसून से पहले हम बाढ़ और जलमग्न क्षेत्र देख रहे हैं. बीबीएमपी (बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका) के कर्मी, अधिकारी सड़कों पर जलभराव, उखड़े हुए पेड़ों और शाखाओं को हटाने के काम में लगी हुई है. प्राधिकारी अपना काम कर रहे हैं.''
It rained three times more heavily than it did on Saturday, and waterlogging in many areas today could be severe and unimaginable. If you have the option to work from home, it's best to keep your car in the garage and avoid traveling. #BangaloreRains
— Bangalore Metro Updates (@WF_Watcher) May 19, 2025
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सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर ‘बेंगलुरु कॉरपोरेट क्लब' के आधिकारिक पेज पर कुछ तस्वीरें साझा की गई है, जिनमें सोमवार को सुबह सात बजकर 20 मिनट पर शहर के एक व्यस्ततम इलाके में यातायात बिल्कुल जाम नजर आ रहा है. ‘पीटीआई' के अनुसार, सिल्क बोर्ड पर करीब 10 किलोमीटर के हिस्से में यातायात लगभग ठप हो गया था.

शहर के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार बरसात के मौसम से पहले हो रही बारिश के दौरान बेंगलुरु में पिछले कुछ दिनों में बादल फटने की घटना भी सामने आई है और यहां 15 से 20 सेंटीमीटर तक बारिश दर्ज की गई है. अधिकतर लोगों ने घर से काम करने को प्राथमिकता दी है, क्योंकि शहर की सड़कों पर आवागमन लगभग असंभव और खतरनाक हो गया है.
बेंगलुरू के होरमावु में साई लेआउट अब तक सबसे ज़्यादा बारिश से प्रभावित इलाकों में से एक है. बरसात से पहले हुई बारिश के कारण लेआउट में चार से पांच फुट पानी भर गया. मीडिया में आई कुछ खबरों के अनुसार, लोगों ने जाम हुई नालियों को जलजमाव के लिए जिम्मेदार ठहराया और दावा किया है कि अधिकारियों से बार-बार शिकायत करने के बावजूद नालियों की सफाई नहीं की गई.

टेनरी रोड स्थित एनसी कॉलोनी में पानी लोगों के घरों में भी घुस गया. हालांकि इससे किसी के घायल होने की खबर नहीं है. जयनगर में भारी बारिश के कारण एक पेड़ उखड़ कर वहां खड़ी कार और एक जीप पर गिर गया, जिससे वे क्षतिग्रस्त हो गईं. जलजमाव की वजह से कुछ सड़कों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया.
Outside Silk Board Metro Station this morning
— Namma Karnataka Weather (@namma_vjy) May 19, 2025
Credits to BengaluruInfra GP#bengaluruRains #BangaloreRains pic.twitter.com/yaKy40fnil
इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के बेंगलुरु केंद्र के निदेशक एन. पुवियारसु ने कहा कि बेंगलुरु सहित कर्नाटक के कुछ इलाकों के लिए 18 मई को जारी किया गया ‘यलो अलर्ट' सोमवार और मंगलवार को भी प्रभावी रहेगा. निदेशक ने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा कि विभाग वायु परिसंचरण की वर्तमान स्थिति का अध्ययन कर रहा है और बाद में मौसम की अद्यतन जानाकारी जारी करेगा.

पुवियारासु ने कहा, ‘‘चक्रवाती हवाओं की वर्तमान स्थिति के अनुसार, कर्नाटक में, विशेषकर तटीय भागों में भारी वर्षा होगी. अगले दो दिनों तक बेंगलुरू में भी भारी बारिश होने की संभावना है.'' आईएमडी ने चेतावनी दी है कि ‘यलो अलर्ट' के बीच कुछ क्षेत्रों में अस्थायी रूप से बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है, यातायात में मामूली बाधा आ सकती है और कमजोर पेड़ एवं शाखाएं उखड़ सकती हैं.
आईएमडी ने रविवार को बेंगलुरु सहित कर्नाटक के 23 जिलों में बृहस्पतिवार तक भारी बारिश को लेकर ‘यलो अलर्ट' जारी किया. मौसम विभाग देश में मौसम संबंधी अलर्ट जारी करने के लिए चार रंगों का उपयोग करता है। ये रंग और इनके संदेश.... ग्रीन (किसी कार्रवाई की जरूरत नहीं), येलो (नजर रखें और निगरानी करते रहें), ऑरेंज (तैयार रहें) और रेड (कार्रवाई/सहायता की जरूरत) हैं. बारिश से बेहद प्रभावित जिलों में बेंगलुरु शहरी, बेंगलुरु ग्रामीण, कोलार, चिक्कबल्लापुरा, तुमकुरु, मांड्या, मैसूरु, हसन, कोडागु, बेलगावी, बीदर, रायचूर, यादगीर, दावणगेरे और चित्रदुर्ग शामिल हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं