हिमाचल में भारी बारिश से धरमपुर बस स्टेशन पानी से भर गया है
शिमला:
हिमाचल प्रदेश में पिछले 48 घंटों से हो रही भारी बारिश के चलते नदियां उफान पर हैं। कई इलाकों में हाईवे और लिंक रोड भूस्खलन के चलते अवरुद्ध हो गया है। मंडी ज़िले में बादल फटने से धरमपुर में भारी तबाही हुई है जिसके चलते 4 लोगों की मौत की खबर है।
बादल फटने से मंडी ज़िले के धरमपुर में सोन नदी ने कहर बरपाया। बस अड्डे पर खड़ी बसें और कारें बह गयीं। स्थानीय लोग वक़्त रहते सुरक्षित निकल गए और बड़ा हादसा टल गया। लेकिन पास ही सकरन धार कस्बे में भूस्खलन के बाद एक मकान पर मलबा गिरने से तीन लोगों की मौत हो गयी, जबकि एक शख्स सैलाब में बह गया। धरमपुर-हरसीपट्टन मार्ग को भी नुकसान पंहुचा है जबकि बाढ़ का पानी दुकानों में जा घुसा जिससे करीब 3 से 4 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है।
नुकसान का जायजा लेने पहुंचे मंडी के उपायुक्त संदीप कदम ने बताया कि शुक्रवार रात बादल फटने से बाढ़ जैसे हालात बन गए थे। अब पानी कम हो रहा है और रहत एवं बचाव के काम में पुलिस और होम गार्ड की दो टीमें रवाना कर दी गयी हैं।
प्रदेश के 12 में से 10 जिलों में भरी बरसात के चलते काफी नुकसान हुआ है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए चेतावनी जारी की है। शिमला में मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया, 'पिछले 24 घंटो में कई जिलों में बारिश हुई है, खासतौर पर मंडी के धर्मपुर में जहां बादल फटने की घटनाएं हुई है वंहा 138 मिलीमीटर बारिश हुई। प्रदेश के अधिकतर जिलों में भारी बारिश हो रही है। हमने अलर्ट जारी कर दिया है और अगले 24 घंटो में हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश होगी। सतर्क रहें और नदी और नालों के पास न जाएं।'
भूस्खलन के चलते हाईवे और लिंक रोड पर असर पड़ा है जिसके चलते प्रशासन को राहत और बचाव कार्यों में भी दिक्कत पेश आ रही है। राजधानी शिमला में भी लगातार बारिश से लोगों को ट्रैफिक जाम से जूझना पड़ा।
देश के अन्य हिस्सों में भी बारिश का कहर
इसके अलावा देश के दूसरे हिस्सों में भी बारिश ने जन-जीवन अस्त-व्यस्त कर रखा है। मध्य प्रदेश में तेज़ बारिश से कई इलाकों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। नदी, नालों के उफान पर होने से कई सड़कें पानी में डूब गई हैं, जिससे आवागमन बाधित हो रहा है। बुधवार को हरदा में ट्रेन हादसा भी पटरी पर अचानक बाढ़ का पानी आ जाने की वजह से हुआ जब दो ट्रेन उफनती माचक नदी को पार करते समय दुर्घटनाग्रस्त हुईं।
बादल फटने से मंडी ज़िले के धरमपुर में सोन नदी ने कहर बरपाया। बस अड्डे पर खड़ी बसें और कारें बह गयीं। स्थानीय लोग वक़्त रहते सुरक्षित निकल गए और बड़ा हादसा टल गया। लेकिन पास ही सकरन धार कस्बे में भूस्खलन के बाद एक मकान पर मलबा गिरने से तीन लोगों की मौत हो गयी, जबकि एक शख्स सैलाब में बह गया। धरमपुर-हरसीपट्टन मार्ग को भी नुकसान पंहुचा है जबकि बाढ़ का पानी दुकानों में जा घुसा जिससे करीब 3 से 4 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है।
नुकसान का जायजा लेने पहुंचे मंडी के उपायुक्त संदीप कदम ने बताया कि शुक्रवार रात बादल फटने से बाढ़ जैसे हालात बन गए थे। अब पानी कम हो रहा है और रहत एवं बचाव के काम में पुलिस और होम गार्ड की दो टीमें रवाना कर दी गयी हैं।
हिमाचल के धरमपुर बस स्टेशन का हाल
प्रदेश के 12 में से 10 जिलों में भरी बरसात के चलते काफी नुकसान हुआ है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए चेतावनी जारी की है। शिमला में मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया, 'पिछले 24 घंटो में कई जिलों में बारिश हुई है, खासतौर पर मंडी के धर्मपुर में जहां बादल फटने की घटनाएं हुई है वंहा 138 मिलीमीटर बारिश हुई। प्रदेश के अधिकतर जिलों में भारी बारिश हो रही है। हमने अलर्ट जारी कर दिया है और अगले 24 घंटो में हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश होगी। सतर्क रहें और नदी और नालों के पास न जाएं।'
भूस्खलन के चलते हाईवे और लिंक रोड पर असर पड़ा है जिसके चलते प्रशासन को राहत और बचाव कार्यों में भी दिक्कत पेश आ रही है। राजधानी शिमला में भी लगातार बारिश से लोगों को ट्रैफिक जाम से जूझना पड़ा।
देश के अन्य हिस्सों में भी बारिश का कहर
इसके अलावा देश के दूसरे हिस्सों में भी बारिश ने जन-जीवन अस्त-व्यस्त कर रखा है। मध्य प्रदेश में तेज़ बारिश से कई इलाकों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। नदी, नालों के उफान पर होने से कई सड़कें पानी में डूब गई हैं, जिससे आवागमन बाधित हो रहा है। बुधवार को हरदा में ट्रेन हादसा भी पटरी पर अचानक बाढ़ का पानी आ जाने की वजह से हुआ जब दो ट्रेन उफनती माचक नदी को पार करते समय दुर्घटनाग्रस्त हुईं।
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