शिमला:
हिमाचल प्रदेश में सोमवार को भी सामान्य से तेज बारिश जारी रही. कई जगहों पर भूस्खलन की खबर है और दो प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हो गए हैं. अधिकारियों ने कहा कि राज्य में सभी नदियां उफान पर हैं. मंडी जिले में हंगोई मंदिर के पास भूस्खलन की वजह से बंद हुआ चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग-21 छह घंटों के बाद सोमवार को आंशिक रूप से खोल दिया गया.
इसी तरह राजधानी शिमला से 120 किलोमीटर दूर रामपुर कस्बे के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-5 तीन घंटे तक बंद रहने के बाद फिर से खोल दिया गया. सड़क खुलवाने का काम देख रहे राजस्व अधिकारी हीराचंद ने बताया कि मनाली की तरफ जाने वाली गाड़ियों को मंडी-कोटा-बजौरा की तरफ मोड़ा गया है. उन्होंने कहा कि औत में हंगोई मंदिर के पास ट्रक पर मलबा गिरने से दो लोग घायल हो गए.
भूस्खलन की वजह से नाहन और राजधानी शिमला को जोड़ने वाला राजमार्ग रविवार की रात से बंद है. शिमला की तरफ जाने वाले यातायात को चंड़ीगढ़ की तरफ मोड़ा गया है. शिमला के अंदरूनी हिस्सों, सिरमौर, मंडी और कुल्लू जिलों में कई सड़कें भी बंद हैं. इससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि सतलुज, व्यास, यमुना और उनकी सहायक नदियां किन्नौर, शिमला, कुल्लू, मंडी, बिलासपुर और सिरमौर जिले में उफान पर हैं. मौसम कार्यालय के मुताबिक मंगलवार तक राज्य के कुछ जगहों पर भारी से बहुत ज्यादा भारी बारिश हो सकती है. दो दिनों के बाद बारिश में कमी आएगी.
शिमला और कसौली कस्बे में क्रमश: 76 और 89 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई है. राजधानी शिमला में न्यूनतम तापमान 15.9 डिग्री सेल्सियस, धर्मशाला में 16.2 और कल्पा में 14 डिग्री दर्ज किया गया है. मौसम कार्यालय के निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा राज्य में कई जगहों पर कोहरे और बादलों के नीचे आने की वजह से दृश्यता में कमी दर्ज की गई है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इसी तरह राजधानी शिमला से 120 किलोमीटर दूर रामपुर कस्बे के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-5 तीन घंटे तक बंद रहने के बाद फिर से खोल दिया गया. सड़क खुलवाने का काम देख रहे राजस्व अधिकारी हीराचंद ने बताया कि मनाली की तरफ जाने वाली गाड़ियों को मंडी-कोटा-बजौरा की तरफ मोड़ा गया है. उन्होंने कहा कि औत में हंगोई मंदिर के पास ट्रक पर मलबा गिरने से दो लोग घायल हो गए.
भूस्खलन की वजह से नाहन और राजधानी शिमला को जोड़ने वाला राजमार्ग रविवार की रात से बंद है. शिमला की तरफ जाने वाले यातायात को चंड़ीगढ़ की तरफ मोड़ा गया है. शिमला के अंदरूनी हिस्सों, सिरमौर, मंडी और कुल्लू जिलों में कई सड़कें भी बंद हैं. इससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि सतलुज, व्यास, यमुना और उनकी सहायक नदियां किन्नौर, शिमला, कुल्लू, मंडी, बिलासपुर और सिरमौर जिले में उफान पर हैं. मौसम कार्यालय के मुताबिक मंगलवार तक राज्य के कुछ जगहों पर भारी से बहुत ज्यादा भारी बारिश हो सकती है. दो दिनों के बाद बारिश में कमी आएगी.
शिमला और कसौली कस्बे में क्रमश: 76 और 89 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई है. राजधानी शिमला में न्यूनतम तापमान 15.9 डिग्री सेल्सियस, धर्मशाला में 16.2 और कल्पा में 14 डिग्री दर्ज किया गया है. मौसम कार्यालय के निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा राज्य में कई जगहों पर कोहरे और बादलों के नीचे आने की वजह से दृश्यता में कमी दर्ज की गई है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
हिमाचल प्रदेश, बारिश, भूस्खलन, नदियां उफान पर, हंगोई मंदिर, चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग, Heavy Rain, Himachal, Highways Blocked, Rivers