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This Article is From Aug 11, 2017

हरियाणा सरकार ने अशोक खेमका के खिलाफ आरोपपत्र वापस लिया

राज्य के मुख्य सचिव डी एस धेसी की तरफ से आठ अगस्त को जारी आदेश के मुताबिक खेमका का जवाब तथ्यपरक और सरकारी रिकॉर्ड के अनुकूल पाए जाने के बाद आरोपपत्र वापस ले लिया गया.

हरियाणा सरकार ने अशोक खेमका के खिलाफ आरोपपत्र वापस लिया
वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अशोक खेमका.
चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अशोक खेमका के खिलाफ आरोपपत्र वापस ले लिया है जो 2012-13 में हरियाणा बीज विकास निगम में कथित बेवजह नुकसान के लिए दायर किया गया था. राज्य के मुख्य सचिव डी एस धेसी की तरफ से आठ अगस्त को जारी आदेश के मुताबिक खेमका का जवाब तथ्यपरक और सरकारी रिकॉर्ड के अनुकूल पाए जाने के बाद आरोपपत्र वापस ले लिया गया.

बरी किए जाने के बाद खेमका ने ट्वीट किया, ‘वास्तविक ईमानदारी को शांत करने के लिए झूठे मामले गढ़े जाते हैं. वास्तविक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं किए जाने से हमारा देश कहां जाएगा?’’ वर्तमान भाजपा सरकार ने एक जुलाई 2016 को 2012 तक 87 हजार क्विंटल गेहूं के बीज नहीं बेचे जाने को आधार बनाते हुए आरोपपत्र जारी किया था.

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खेमका ने अपने जवाब में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक :कैग: के ऑडिट रिपोर्ट के निष्कर्ष का हवाला दिया जिन्होंने 2011-12 में गेहूं की अवांछित किस्म के ज्यादा उत्पादन को बिक्री नहीं होने का कारण बताया.


आईएएस अधिकारी ने अपने जवाब में केंद्र और राज्य सरकार की दूसरी एजेंसियों की तुलना में एचएसडीसी की बिक्री को ज्यादा बेहतर बताया और कहा कि कुछ बीज इसलिए नहीं बिक सके कि अवांछित किस्म के बीज का उत्पादन काफी ज्यादा हो गया था जो गेहूं के बीज की बाजार में कीमत कम होने का कारण भी था.

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