दिल्ली और हरियाणा के बीच टीकरी बॉर्डर (Tikri Border) पर आंदोलनरत किसानों के धरनास्थल के पास एक किसान ने आत्महत्या कर ली. उसकी लाश बॉर्डर से 2 किलोमीटर दूर पेड़ से लटकी मिली. मृतक किसान केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन (Farmer Protest) का समर्थन कर रहा था.
हरियाणा के जींद के इस किसान का शव रविवार को टीकरी बॉर्डर से करीब 2 किलोमीटर दूर एक पेड़ से लटका मिला.
पुलिस का कहना है कि 52 साल के किसान कर्मवीर ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसका सत्यापन किया जा रहा है. बहादुरगढ़ नगर थाना प्रभारी विजय कुमार के मुताबिक, करमवीर सिंह जींद के एक गांव का निवासी था. उसका शव एक पार्क में एक पेड़ से लटका पाया गया. पार्क टीकरी बॉर्डर से लगभग दो किलोमीटर दूर बताया जा रहा है.
पुलिस के अनुसार, मृतक का कथित तौर पर एक सुसाइड नोट मिला है. इसमें लिखा है कि किसान भाइयों मोदी सरकार बस तारीख के बाद तारीख ही दे रही है. कोई नहीं जानता कि इन काले कृषि कानूनों को कब वापस लिया जाएगा.करीब दो हफ्ते पहले हरियाणा के एक अन्य किसान ने टीकरी बॉर्डर पर कथित रूप से जहरीला पदार्थ खा लिया था. बाद में
दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी.दिसंबर में, पंजाब के एक वकील ने टीकरी बॉर्डर से कुछ किलोमीटर दूर जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी.इससे पहले एक सिख संत राम सिंह ने भी सिंघू बॉर्डर के पास कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी.
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