प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह की फाइल फोटो.
नई दिल्ली:
केंद्र सरकार ने कार्यस्थल पर यौन शोषण से जुड़े मामलों से निपटने के लिए वादे के मुताबिक ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स(जीओएम) गठित कर दिया है. जीओएम की अध्यक्षता राजनाथ सिंह करेंगे. मंत्री समूह (जीओएम) ऐसे मामलों की रोकथाम और कार्रवाई से जुड़ी गाइडलाइंस तैयार करेगा. जिसके जरिए कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की घटनाओं की रोकथाम हो सके.
दरअसल हाल में मी टू मुहिम के तहत महिलाओं ने अपने साथ यौन शोषण की घटनाओं का खुलासा किया. तमाम बड़ी हस्तियों पर भी गंभीर आरोप लगे. यहां तक कि आधे दर्जन से अधिक महिला पत्रकारों के यौन शोषण के आरोप पर केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री पद से एमजे अकबर को इस्तीफा देना पड़ा. मेनका गांधी के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने ऐसे मामलों की जांच रिटायर्ड जजों से करने का प्रस्ताव दिया था. मगर पिछली कैबिनेट में इस प्रस्ताव को खारिज करते हुए ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स के गठन की बात कही गई थी. उसी क्रम में राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में केंद्र सरकार ने जीओएम की स्थापना की है.
वीडियो-रणनीति : मुखौटा हटाता #MeToo?
दरअसल हाल में मी टू मुहिम के तहत महिलाओं ने अपने साथ यौन शोषण की घटनाओं का खुलासा किया. तमाम बड़ी हस्तियों पर भी गंभीर आरोप लगे. यहां तक कि आधे दर्जन से अधिक महिला पत्रकारों के यौन शोषण के आरोप पर केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री पद से एमजे अकबर को इस्तीफा देना पड़ा. मेनका गांधी के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने ऐसे मामलों की जांच रिटायर्ड जजों से करने का प्रस्ताव दिया था. मगर पिछली कैबिनेट में इस प्रस्ताव को खारिज करते हुए ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स के गठन की बात कही गई थी. उसी क्रम में राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में केंद्र सरकार ने जीओएम की स्थापना की है.
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