दिल्ली के भावी मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस की कड़ी सुरक्षा लेने से इनकार करते हुए कहा कि ईश्वर सबसे बड़ी सुरक्षा प्रदान करने वाला है।
दिल्ली के अतिरिक्त आयुक्त (सुरक्षा) वी रंगनाथन ने केजरीवाल को पत्र लिखकर कहा कि दिल्ली पुलिस दिल्ली के मुख्यमंत्री को सुरक्षा प्रदान करती है जो 'जेड श्रेणी' के स्तर की होती है।
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के जरिये भेजे गए पत्र में उन्होंने कहा, 'चूंकि अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं, दिल्ली पुलिस को नियमों के तहत उन्हें सुरक्षा प्रदान करने की जरूरत है।'
केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस को अपने जवाब में धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्हें किसी तरह की सुरक्षा की जरूरत नहीं है, न तो एस्कार्ट और न ही निजी सुरक्षा की। उन्होंने कहा, 'भगवान सबका रखवाला है।'
हरियाणा में जन्मे और उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के कौशांबी में रहने वाले तथा आईआईटी खड़गपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक केजरीवाल ने नई दिल्ली सीट से शीला दीक्षित को 25 हजार से अधिक मतों से हराया था। उपराज्यपाल ने केजरीवाल से कहा कि वह सरकार बनाने का प्रस्ताव राष्ट्रपति के पास उनके फैसले के लिए भेजेंगे।
बाद में, केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार पार्टी घोषणापत्र में किए बिजली, पानी, जनलोकपाल विधेयक को लागू करना तथा वीआईपी संस्कृति खत्म करना जैसे सभी वादों को लागू करेगी।
उन्होंने कहा कि हमारा 18 बिन्दुओं वाला चार्टर हमारे शासन का मार्गदर्शन करेगा। हमने समर्थन नहीं मांगा है। अगर पार्टी हमें समर्थन नहीं देती हैं तो हम फिर चुनाव के लिए तैयार हैं।
उधर, पार्टी के नेता प्रशांत भूषण ने कहा कि वे इसलिए सत्ता नहीं संभाल रहे हैं कि यह पूरे कार्यकाल में चलेगी या यह इसे चलना चाहिए, बल्कि सत्ता इसलिए संभाल रहे हैं कि लोग उन्हें वादे पूरा करते हुए देखना चाहते हैं।
गाजियाबाद जिले के कौशांबी में आप कार्यालय पर पीएसी की दो घंटे चली बैठक के बाद केजरीवाल ने कहा कि पार्टी ने सरकार बनाने संबंधी पत्र उपराज्यपाल को सौंपने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा, 'हमें 14 दिसंबर को उपराज्यपाल ने सरकार बनाने के संबंध में विचार विमर्श के लिए बुलाया था। हमने इस संबंध में निर्णय लेने के लिए समय मांगा था क्योंकि हमारी पार्टी आम आदमी की पार्टी है और हमें उनकी राय लेनी थी।
केजरीवाल ने यहां कौशांबी में आप के कार्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, 'हमें वेबसाइट, फोन, एसएमएस और जनसभाओं से जनता की राय मिली और उनमें से ज्यादातर लोग आप के सरकार बनाने के हक में हैं। अब हम उपराज्यपाल को यह पत्र देने जा रहे हैं कि आप सरकार बनाने के लिए तैयार है।'
उन्होंने बताया कि पार्टी ने पूरी दिल्ली में 280 जनसभाएं कीं, जिनमें से 257 में पार्टी द्वारा सरकार बनाने का समर्थन किया गया। शेष में भाग लेने वाले लोगों का कहना था कि पार्टी को सत्ता नहीं संभालनी चाहिए।
दिल्ली में सरकार के गठन को लेकर पिछले दो सप्ताह से गतिरोध है। 8 दिसंबर को दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों का ऐलान किया गया था। आप के पास 28 सीटें हैं और कांग्रेस अपनी 8 सीटों के साथ उसे समर्थन देने को तैयार है। भाजपा 31 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है।
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