भूख हड़ताल पर छात्र
पुणे:
फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीटीआई) परिसर में उदासीन माहौल के बीच तीन छात्रों की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी रही। इस बीच अनशन कर रहे एक छात्र हिलाल की हालत बिगड़ गई और उसे अस्पताल ले जाया गया।
छात्र अभिनेता और बीजेपी सदस्य गजेंद्र चौहान को एफटीटीआई के अध्यक्ष पद से हटाए जाने की मांग कर रहे हैं। चौहान को अध्यक्ष पद पर नियुक्त किए जाने के विरोध में छात्र 12 जून से ही आंदोलन कर रहे हैं और अभी तक गतिरोध कायम है।
भूख हड़ताल कर रहे छात्र एक अस्थायी पंडाल में हैं जहां सहयोगी छात्रों ने उनके लिए तीन बिस्तर लगा दिए हैं। डेंगू वायरस को देखते हुए एहतियात बरतते हुए मच्छर भगाने वाली अगरबत्ती भी जलायी गई है। छात्रों के प्रतिनिधियों के अनुसार छात्रों की स्थिति स्थिर है।
एफटीटीआई के निदेशक प्रशांत पथराबे छात्रों के पास गए और बाद में उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि उन छात्रों की समय समय पर मेडिकल जांच कराई जाएगी। यह पूछे जाने पर कि क्या सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को छात्रों की भूख हड़ताल के बारे में सूचित कर दिया गया है, पथराबे ने हां में जवाब दिया।
यह पूछे जाने पर कि मंत्रालय के अधिकारियों ने क्या जवाब दिया, जब उन्हें घटनाक्रम के बारे में बताया गया, पथराबे ने कहा, 'मुझसे कुछ नहीं कहा गया है।' एफटीटीआई के आंदोलनरत छात्र तीन महीने से अधिक समय से कक्षाओं का बहिष्कार कर रहे हैं। उनका आरोप है कि चौहान के पास संस्थान का नेतृत्व करने के लिए 'योग्यता एवं दृष्टि' नहीं है।
छात्र अभिनेता और बीजेपी सदस्य गजेंद्र चौहान को एफटीटीआई के अध्यक्ष पद से हटाए जाने की मांग कर रहे हैं। चौहान को अध्यक्ष पद पर नियुक्त किए जाने के विरोध में छात्र 12 जून से ही आंदोलन कर रहे हैं और अभी तक गतिरोध कायम है।
भूख हड़ताल कर रहे छात्र एक अस्थायी पंडाल में हैं जहां सहयोगी छात्रों ने उनके लिए तीन बिस्तर लगा दिए हैं। डेंगू वायरस को देखते हुए एहतियात बरतते हुए मच्छर भगाने वाली अगरबत्ती भी जलायी गई है। छात्रों के प्रतिनिधियों के अनुसार छात्रों की स्थिति स्थिर है।
एफटीटीआई के निदेशक प्रशांत पथराबे छात्रों के पास गए और बाद में उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि उन छात्रों की समय समय पर मेडिकल जांच कराई जाएगी। यह पूछे जाने पर कि क्या सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को छात्रों की भूख हड़ताल के बारे में सूचित कर दिया गया है, पथराबे ने हां में जवाब दिया।
यह पूछे जाने पर कि मंत्रालय के अधिकारियों ने क्या जवाब दिया, जब उन्हें घटनाक्रम के बारे में बताया गया, पथराबे ने कहा, 'मुझसे कुछ नहीं कहा गया है।' एफटीटीआई के आंदोलनरत छात्र तीन महीने से अधिक समय से कक्षाओं का बहिष्कार कर रहे हैं। उनका आरोप है कि चौहान के पास संस्थान का नेतृत्व करने के लिए 'योग्यता एवं दृष्टि' नहीं है।
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