प्रतीकात्मक फोटो
नई दिल्ली:
पिछले चार महीने से करीब 15 लाख रुपये कीमत की 12 भैंसों की तलाश में दर-दर भटकती रही दिल्ली पुलिस को भैंसें तो नहीं मिल सकीं, हां भैंसों को चुराने वाले चार आरोपी जरूर उसके हाथ आ गए। भैंसों का मिलना तो अब नामुमकिन है, क्योंकि आरोपियों ने उन्हें स्लाटर हाउस में काट दिया। अब पुलिस बाकी बचे दो आरोपियों की तलाश में जुटी है।
बताया जाता है कि 16 मई को बाहरी दिल्ली के अमन विहार इलाके में डेरी चलाने वाले सतीश राम ने पुलिस में शिकायत दी थी कि उनकी 12 भैंसें सुबह करीब 4:30 बजे किसी ने चोरी कर ली हैं। इसके बाद अमन विहार थाने के 6 अफसरों की टीम करीब 20 दिनों तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में भैंसों की तलाश में डेरा डाले रही, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिल सका।
इसी बीच पुलिस को जानकारी मिली की दिल्ली के नांगलोई इलाके में एक महबूब नाम का शख्स स्लॉटर हाउस चलाता है और इस चोरी में उसी का हाथ है। पुलिस ने महबूब को पकड़कर सख्ती से पूछताछ की ओ उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया कि उसने अपने साथियों नुसरत, इसरार, शहजाद, वसीम और इबरार के साथ मिलकर सभी भैंसों को मौत के घाट उतार दिया है। पुलिस ने इस मामले में महबूब के साथियों नुसरत और इसरार को भी गिरफ्तार कर लिया है। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।
बताया जाता है कि 16 मई को बाहरी दिल्ली के अमन विहार इलाके में डेरी चलाने वाले सतीश राम ने पुलिस में शिकायत दी थी कि उनकी 12 भैंसें सुबह करीब 4:30 बजे किसी ने चोरी कर ली हैं। इसके बाद अमन विहार थाने के 6 अफसरों की टीम करीब 20 दिनों तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में भैंसों की तलाश में डेरा डाले रही, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिल सका।
इसी बीच पुलिस को जानकारी मिली की दिल्ली के नांगलोई इलाके में एक महबूब नाम का शख्स स्लॉटर हाउस चलाता है और इस चोरी में उसी का हाथ है। पुलिस ने महबूब को पकड़कर सख्ती से पूछताछ की ओ उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया कि उसने अपने साथियों नुसरत, इसरार, शहजाद, वसीम और इबरार के साथ मिलकर सभी भैंसों को मौत के घाट उतार दिया है। पुलिस ने इस मामले में महबूब के साथियों नुसरत और इसरार को भी गिरफ्तार कर लिया है। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।
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