फुटबॉल (Football) जगत के दिग्गज खिलाड़ी रहे डिएगा माराडोना (Diego Maradona) की बेशकीमती घड़ी चुराने वाले शख्स को असम में गिरफ्तार कर लिया गया है. चोर पहले दुबई में काम करता था और घड़ी चुराने के बाद वो हाल ही में भारत भाग आया था. इस घड़ी की कीमत 20 लाख रुपये के करीब बताई जा रही है. असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने सबसे पहले ये जानकारी ट्विटर पर साझा की थी. उन्होंने लिखा, अंतरराष्ट्रीय सहयोग के तहत असम पुलिस ने दुबई पुलिस के साथ ने इस मामले में बेहतरीन तरीके से समन्वय किया.
In an act of international cooperation @assampolice has coordinated with @dubaipoliceHQ through Indian federal LEA to recover a heritage @Hublot watch belonging to legendary footballer Late Diego Maradona and arrested one Wazid Hussein. Follow up lawful action is being taken. pic.twitter.com/9NWLw6XAKz
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) December 11, 2021
और माराडोना की हेरिटेज वॉच (Hublot) हबलोट को बरामद कर लिया है. चोरी के आरोप में वाजिद हुसैन नाम के शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया है. असम पुलिस का कहना है कि कानूनी कार्रवाई आगे बढ़ाई जा रही है. फुटबॉल जगत के मसीहा कहे जाने वाले डिएगो अरमांडो माराडोना अर्जेन्टीना के लंबे वक्त पेशेवर फुटबॉलर रहे हैं. उन्हें फुटबॉल के अब तक के इतिहास में सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में शुमार किया जाता है.
माराडोना की नवंबर 2020 में हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. असम के डीजीपी भास्कर ज्योति महंत ने कहा कि यह घड़ी फुटबॉल खिलाड़ी माराडोना की थी, जिसे दुबई में फुटबॉलर की अन्य चीजों के साथ संजोकर रखा गया था. दुबई पुलिस ने घड़ी चोरी करने वाले वाजिद हुसैन का पता लगा लिया था, लेकिन तब तक वो भारत लौट आया था. इसके बाद दुबई पुलिस ने असम की पुलिस एजेंसी से संपर्क साधा और उसे शिवसागर जिले में उसके घर से पकड़ लिया.
A costly Hublot watch... Maradona... Dubai... Assam Police
— DGP Assam (@DGPAssamPolice) December 11, 2021
Looks like random words, don't they?
But today all these words came together nicely, stating a story of successful International Cooperation between #DubaiPolice and @assampolice . pic.twitter.com/oMRYgpX3HH
उसके पास से माराडोना की घड़ी भी बरामद कर ली गई है. इससे पुलिस ने इस मामले में ट्वीट करके जानकारी दी है. असम पुलिस के अनुसार, वाजिद हुसैन दुबई की एक प्राइवेट कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड का काम करता था, जहां माराडोना से जुड़ी तमाम यादगार वस्तुएं रखी गई थीं. अगस्त में वो पिता की बीमारी का बहाना बनाते हुए घर जाने की इजाजत मांगी. माराडोना ने हबलोट बिग बैंग वॉच फीफा वर्ल्ड कप 2010 (FIFA World Cup 2010) के दौरान भी पहनी थी.
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