चीन के साथ विवाद के बीच राफेल लड़ाकू विमानों के आने से भारत की ताकत में इजाफा माना जा रहा है. फ्रांस से भारत के लिए रवाना हुई राफेल (Rafale) लड़ाकू विमान की पहली खेप अंबाला एयरबेस पर पहुंच गई है. विमानों के अंबाला एयरबेस पर पहुंचने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा कि विमान अंबाला में सुरक्षित तरीके से उतर गए हैं. राफेल लड़ाकू विमानों का भारत में आना हमारे सैन्य इतिहास में नए युग की शुरूआत है. इन बहुआयामी (Multirole) विमानों से वायुसेना की क्षमताओं के क्रांतिकारी बदलाव आएंगे.
राजनाथ सिंह ने अपने ट्वीट में कहा, "राफेल विमान का उड़ान के दौरान प्रदर्शन काफी अच्छा है. इसमें लगे हथियार, राडार एवं अन्य सेंसर तथा इलेक्ट्रॉनिक युद्धक क्षमताएं दुनिया में सर्वश्रेष्ठ हैं. भारत में राफेल का आगमन भारतीय वायुसेना को हमारे देश पर आने वाले किसी भी खतरे को रोकने के लिए बहुत मजबूत बना देगा." रक्षा मंत्री ने राफेल विमान की लैंडिंग का वीडियो भी शेयर किया है.
The Touchdown of Rafale at Ambala. pic.twitter.com/e3OFQa1bZY
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) July 29, 2020
इससे पहले, जब राफेल विमान के पहले बैच ने भारतीय वायुसीमा में प्रवेश किया तो उनकी सुरक्षा में दो SU30 MKI विमान आसमान में पहुंच गए थे. रक्षा मंत्री कार्यालय की ओर से इसका वीडियो जारी किया गया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि पांच राफेल फाइटर जेट के साथ दो SU30 MKI विमान भी चल रहे हैं.
This aircraft has very good flying performance and its weapons, radar and other sensors and Electronic Warfare capabilities are amongst the best in the world. Its arrival in India will make the IAF much stronger to deter any threat that may be posed on our country.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) July 29, 2020
फ्रांस की कंपनी दसॉल्ट एविएशन (Dassault Aviation) की उत्पादन इकाई से राफेल विमानों ने सोमवार को टेक ऑफ किया था. ये विमान लगभग 7,000 किलोमीटर की दूरी तय कर अंबाला पहुंचे हैं. इन विमानों में तीन एक सीट वाले और दो विमान दो सीट वाले हैं. राफेल लडाकू विमान एयरफोर्स के 17 वें स्क्वाड्रन का हिस्सा होगा. इस स्क्वाड्रन का नाम Golden Arrows है. जानिए राफेल विमान की खूबियां.
The five Rafales escorted by 02 SU30 MKIs as they enter the Indian air space.@IAF_MCC pic.twitter.com/djpt16OqVd
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) July 29, 2020
अम्बाला में राफेल के आने पर स्वागत समारोह में मीडिया को इजाजत नहीं दी गयी है. भारतीय वायु सेना फिलहाल अपने पायलट और सहयोगी स्टाफ को मीडिया से दूर रखना चाहता है. बताया जा रहा है कि राफेल विमानों को भारतीय वायुसेना में औपचारिक रूप से अगस्त में शामिल किया जाएगा. अंबाला एयरबेस के आस-पास के इलाकों में धारा 144 लागू किया गया है और राफेल के लैंडिंग के दौरान लोगों को छतों पर एकत्र होने से रोका गया है.
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