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This Article is From Oct 14, 2022

चांद-तारे दिलाने का वादा कर रहा भारतीय किसान संघ, 'अन्‍नदाताओं' को किया जा रहा गुमराह : NDTV से योगेंद्र यादव

योगेंद्र यादव ने कहा, "जो घोषित है, वह ये हाथ में दिलवा नहीं रहे और कह रहे-सूरज ला देंगे, चांद ला देंगे, तारे ला देंगे. अरे भाई, पहले जो हाथ में पड़ा है, उसे तो दिलवा दीजिए. यह केवल झांसा देने का तरीका है."

योगेंद्र यादव ने कहा, भारतीय किसान संघ, किसानों को गुमराह करने की कोशिश कर रहा

नई दिल्‍ली:

स्वराज इंडिया के संयोजक और किसान नेता योगेंद्र यादव (Yogendra Yadav)ने सरकार पर किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाया है. इस सवाल कि भारतीय किसान संघ, लाभकारी मूल्‍य सहित अपनी कई मांगें सरकार के समक्ष रखने जा रहा है, योगेंद्र यादव ने NDTV से बातचीत में कहा, "किसानों की आंखों में धूल झोंकने का यह सत्‍तारूढ़ पार्टी का अच्‍छा तरीका है. सब जानते हैं कि भारतीय किसान संघ, RSS का एक विंग है. यह बीजेपी के पक्ष में खड़ा है और इसने किसान आंदोलन का विरोध किया था. मैंने इनका मांगपत्र पढ़ा है, जो एक चीज किसानों को चाहिए उसे छोड़कर सारी चीजें ये मांग रहे हैं. किसान कह रहा कि मिनिमम सपोर्ट प्राइज (MSP) जो सरकार हर साल घोषित करती है, आप हमें दे दीजिए. इसकी कानूनी गारंटी दे दीजिए जबकि वे कह रहे हैं कि हम आपको मिनिमम सपोर्ट प्राइज नहीं, मैक्सिमम सपोर्ट प्राइज दिलाएंगे. "

योगेंद्र यादव ने कहा, "जो घोषित है, वह ये हाथ में दिलवा नहीं रहे और कह रहे-सूरज ला देंगे, चांद ला देंगे, तारे ला देंगे. अरे भाई, पहले जो हाथ में पड़ा है, उसे तो दिलवा दीजिए. यह केवल झांसा देने का तरीका है." एक अन्‍य सवाल पर यादव ने कहा कि पिछले 50 साल से सरकार हर साल दो बार, 23 फसलों का MSP घोषित करती है. जिसका मतलब है कि वह लिखकर यह वादा करती है कि इससे कम पर फसल बिके तो हमारे पास आ जाना, हम देंगे और देती है नहीं. संयुक्‍त किसान मोर्चा (SKM) कहता है कि सरकार इस पर कानून बनाए और हमें इसकी कानूनी गारंटी दे. ये मांग जोर पकड़ रही है, ऐसे में किसानों को गुमराह करने के लिए यह सब किया जा रहा है. "

उन्‍होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि भारतीय किसान संघ, किसानों को गुमराह करने की कोशिश कर रहा. इस  13 माह के किसान आंदोलन में देश के एक भी किसान ने भारतीय किसान संघ की बात को नहीं सुना. भारतीय किसान संघ के झांसे में इस देश का किसान आने वाला नहीं है. योगेंद्र ने कहा कि किसानों में रोष है. पिछले महीनेभर में जो बारिश हुई है, उससे देशभर में किसानों की फसलों को काफी नुकसान हुआ है. किसान के मन में इसका भी गुस्‍सा है. भारतीय किसान संघ, यदि जरा भी ईमानदार है तो यह मांग क्‍यों नहीं करता कि इस साल भारत सरकार से किसानों को जो फसल का नुकसान हुआ, उसका राष्‍ट्रीय स्‍तर पर एनडीआरएफ से विशेष मुआवजा दिलाए. यह हो सकता है. भारतीय किसान संघ सरकार  से यह मांग क्‍यों नहीं करता?  इस सवाल पर कि भारतीय किसान संघ 19 दिसंबर को दिल्‍ली में गर्जना रेली करने जा रहा, क्‍या संयुक्‍त किसान मोर्चा  इसका समर्थन करेगा, योगेंद्र ने कहा कि इन्‍हें गर्जना करने दीजिए. संयुक्‍त किसान मोर्चा ऐसे झांसे में आने वाला नहीं है. एसकेएम की अधिकारिक प्रतिक्रिया आपको मिल जाएगी.  

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