प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये भाग लिया. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि आज की इस बैठक से कुछ दिन पहले हरियाणा में स्थानीय स्वराज के प्रतिनिधियों से बातचीत करने का मुझे अवसर मिला था.
कार्यकर्ताओं से हमेशा एक नई प्रेरणा और नया उत्साह मिलता है: पीएम
पीएम ने कहा कि आज आप सभी प्रतिनिधि पश्चिम बंगाल में जुटे हैं. हकीकत तो ये है कि जब मैं पार्टी के कार्यक्रम में आता हूं, कार्यकर्ताओं से मिलता हूं, तो मुझे हमेशा एक नई प्रेरणा और नया उत्साह मिलता है. उन्होंने कहा, "मेरा हमेशा से मानना है कि पूर्वी भारत में देश के विकास का एक मजबूत स्तंभ, एक मजबूत इंजन का पूरा पूरा सामर्थ्य है.। वहां प्राकृतिक संसाधनों की भरमार है और वहां हमारे तेजस्वी, ऊर्जावान एवं ओजस्वी नागरिकों का भी एक बहुत बड़ा सामर्थ्य है. इसलिए पूर्वी भारत के आप सभी प्रतिनिधियों से मिलना, बात करना अपने आप में बहुत अहम हो जाता है."
पीएम ने कहा, पूर्वी भारत हमेशा हमारी प्राथमिकता क्षेत्र
इसके आगे पीएम ने कहा कि पूर्वी भारत हमेशा हमारी प्राथमिकता क्षेत्र रही है. लेकिन पंचायत चुनाव मे बीजेपी का रास्ता रोका गया. चुनाव में सारे गुंडों के कॉन्ट्रैक्ट दिया गया. इस दौरान पीएम ने टीएमसी को भी घेरा. उन्होंने कहा, "ये पश्चिम बंगाल की जनता का प्यार है कि वो भाजपा कार्यकर्ताओं को आशीर्वाद देते रहे हैं और भाजपा प्रत्याशी जीतते जा रहे हैं. लेकिन जब वो जीत जाते हैं तो उन्हें जुलूस नहीं निकालने दिया जाता, कोई जुलूस निकालता है तो उस पर जानलेवा हमले किए जाते हैं.पश्चिम बंगाल में TMC की राजनीति का यही तरीका है."
TMC ने कैसा खूनी खेल खेला, ये भी देश ने देखा: पीएम
पीएम ने कहा कि हाल ही में वहां पंचायत चुनाव हुए हैं. इन चुनावों में TMC ने कैसा खूनी खेल खेला, ये भी देश ने देखा है. TMC के टोलाबाजों की फौज वोटिंग में ठप्पेबाजी की फौज बन जाती है.सारे गुंडों को कॉन्ट्रैक्ट दिया जाता है कि कितने पोलिंग बूथ को कौन कैप्चर करेगा.
विपक्ष को मणिपुर के लोगों की कोई चिंता नहीं-पीएम मोदी
वहीं, अविश्वास प्रस्ताव का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि हमने संसद में विपक्ष के अविश्वास को भी हराया और negativity का भी जवाब दिया. हालात ये है कि विपक्ष के लोग बीच चर्चा में ही सदन छोड़कर भाग गए, ये पूरे देश ने देखा है. उनको मणिपुर के नागरिकों के दुःख-दर्द और पीड़ा की परवाह नहीं थी.लेकिन ये दु:खद है कि इन लोगों ने मणिपुर के लोगों के साथ इतना बड़ा विश्वासघात किया. सच्चाई ये थी कि विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से डर गया था. वो लोग नहीं चाहते थे कि वोटिंग हो. क्योंकि वोटिंग होती तो घमण्डिया गठबंधन की पोल खुल जाती, कौन किसके साथ है, ये दूध का दूध, पानी का पानी हो जाता.
पीएम ने कहा कि ये सदन में भले ही व्यवधान डाल लें, लेकिन भाजपा के हम सभी कार्यकर्ताओं और जन प्रतिनिधियों को जनता के बीच जाकर सच्चाई के हर पहलू से लोगों को अवगत कराना ही कराना है.