अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 22 सितंबर को टेक्सास में पीएम मोदी के कार्यक्रम में हिस्सा ले सकते हैं. हालांकि सूत्रों का कहना है कि इसकी पूरी तरह से पुष्टि होना बाकी है. यह भव्य कार्यक्रम भारतीय-अमेरिकियों की ओर से आयोजित किया जा रहा है. खबरों के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से दोनों देशों के बीच टैरिफ को लेकर आई कड़वाहट के बाद अब कोई बड़े व्यापारिक समझौते का ऐलान हो सकता है. गौरतलब है कि जून के महने में ही अमेरिका ने भारत को दिए 'बेनिफिशरी नेशन' का दर्जा खत्म कर दिया था. इस दर्जे के तहत देश के हजारों उत्पादों को अमेरिका में ड्यूटी फ्री कर दिया जाता था. अगर ट्रंप इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने आते हैं तो जम्मू-कश्मीर में पिछले 40 दिनों से जारी प्रतिबंधों को लेकर अमेरिकी सांसदों की ओर से जताई चिंता के बाद पीएम मोदी के लिए बड़े समर्थन के संकेत के तौर पर भी देखा जाएगा. बताया जा रहा है कि 'हाउडी मोदी' (Howdy Modi)नाम से आयोजित इस कार्यक्रम में 50 हजार लोग हिस्सा लेंगे जो ट्रंप के लिए संभावित वोटर भी हैं. पीएम मोदी इस दौरान अमेरिका शीर्ष कंपनियों से भी मुलाकात कर सकते हैं.
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वहीं पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा के दौरान उनकी बैठक भी डोनाल्ड ट्रंप के साथ हो सकती है. इस पर दोनों देशों के अधिकारी काम कर रहे हैं. यह बैठक वाशिंगटन डीसी या न्यूयार्क सिटी में हो सकती है. प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका में 28 सितंबर तक रहेंगे जहां उनको संयुक्त राष्ट्र की आम सभा में हिस्सा लेना है. 27 सितंबर को वह इस आम सभा को संबोधित करेंगे. पीएम मोदी के भाषण ठीक एक दिन पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का संबोधन होगा. यह बिलकुल तय माना जा रहा है कि इमरान खान संयुक्त राष्ट्र में भारत की ओर से जम्मू-कश्मीर को मिले विशेष राज्य के दर्जे को खत्म किए जाने का मुद्दा जरूर उठाएंगे.
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गौरतलब है कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप आखिरी 26 अगस्त को फ्रांस में जी-7 सम्मेलन के दौरान मिले थे. उस दौरान जम्मू-कश्मीर का और व्यापार मुख्य एजेंडा था. ट्रंप ने उसी दौरान बयान दिया था कि जम्मू-कश्मीर में हालात ठीक नहीं है और अगर कहा जाएगा तो वह इस पर मध्यस्थता करने के लिए तैयार हैं. लेकिन भारत की ओर से साफ कह दिया गया कि जम्मू-कश्मीर पर किसी तरह की मध्यस्थता स्वीकार नहीं है.
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