वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एसआरपी कल्लूरी पर अभद्र संदेश भेजने का आरोप....
नई दिल्ली:
छत्तीसगढ़ में बस्तर में काम कर रही एक सामाजिक कार्यकर्ता, वकील ने दावा कि बेला भाटिया के लिए मदद मांगने पर उसे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एसआरपी कल्लूरी से अभद्र संदेश मिले हैं. गौरतलब है कि बेला भाटिया के घर पर सोमवार को क़रीब 30 अज्ञात लोगों ने हमला कर उन्हें बस्तर छोड़ देने की धमकी दी थी. माना जाता है कि उन्हें ये धमकी सुरक्षा बलों द्वारा मानवाधिकारों का उल्लंघन किए जाने के मामलों को सामने लाने के कारण दी गई है. कार्यकर्ताओं का संदेह है कि भीड़ ने जो हमला किया है, उसके पीछे पुलिस एसआरपी कल्लूरी का हाथ है.
एनडीटीवी ने कल्लूरी और नौ अन्य कार्यकर्ताओं के बीच हुए एसएमएस और व्हॉट्सऐप के संदेशों की जांच की है.
एक संदेश में एक कार्यकर्ता संदीप सिंह ने 24 जनवरी को लिखा, "यह अधिक समय तक नहीं चलेगा. आप संविधान से ऊपर नहीं हैं. अपनी अंतरात्मा को पैसे के लिए न बेचें." जवाब में उन्हें कल्लूरी के नंबर से संदेश मिला जिसमें लिखा था, "माओवादी और आपके जैसे उनके कुत्तों को बस्तर से बाहर फेंक दिया जाएगा."
सुप्रीम कोर्ट में वकील प्योली स्वातिजा ने कुछ इसी तरह का संदेश कल्लूरी को 24 जनवरी को भेजा जिसमें उन्होंने लिखा, "कृपया सुनिश्चित करें कि बेला भाटिया को कोई उनके घर पर जाकर धमका न सके." इसके जवाब में संदेश मिला, "नक्सलियों को बस्तर से बाहर निकाल जाएगा." जब उन्होंने पूछा, "आपके जवाब का मेरे सवाल से क्या लेना-देना है." तो जवाब आया "एफ़ यू".
फिल्म निर्माता और कार्यकर्ता वाणी सुब्रमणियम ने जब बेला भाटिया की सुरक्षा को लेकर संदेश भेजा, जिसमें उन्होंने लिखा, "क्या भारत के लोगों को छत्तीसगढ़ में रहने का अधिकार नहीं है?! तो कल्लूरी के नंबर से जवाब आया, "हां, हम कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं. जल्द ही माओवादियों और उनके कुत्तों को बस्तर से बाहर फेंक दिया जाएगा."
जब हमने इस पूरे मामले को जानने के लिए इन संदेशों को भेजनने वाले एक नंबर पर कॉल किया तो वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कल्लूरी ने कहा कि उसके पास "बहुत कम समय है." जब हमने उनके संदेशों को पढ़ना शुरू किया तो उन्होंने कहा, "ये सब झूठे आरोप हैं और हम इस मामले में जांच कर रहे हैं."
एनडीटीवी ने कल्लूरी और नौ अन्य कार्यकर्ताओं के बीच हुए एसएमएस और व्हॉट्सऐप के संदेशों की जांच की है.
एक संदेश में एक कार्यकर्ता संदीप सिंह ने 24 जनवरी को लिखा, "यह अधिक समय तक नहीं चलेगा. आप संविधान से ऊपर नहीं हैं. अपनी अंतरात्मा को पैसे के लिए न बेचें." जवाब में उन्हें कल्लूरी के नंबर से संदेश मिला जिसमें लिखा था, "माओवादी और आपके जैसे उनके कुत्तों को बस्तर से बाहर फेंक दिया जाएगा."
सुप्रीम कोर्ट में वकील प्योली स्वातिजा ने कुछ इसी तरह का संदेश कल्लूरी को 24 जनवरी को भेजा जिसमें उन्होंने लिखा, "कृपया सुनिश्चित करें कि बेला भाटिया को कोई उनके घर पर जाकर धमका न सके." इसके जवाब में संदेश मिला, "नक्सलियों को बस्तर से बाहर निकाल जाएगा." जब उन्होंने पूछा, "आपके जवाब का मेरे सवाल से क्या लेना-देना है." तो जवाब आया "एफ़ यू".
फिल्म निर्माता और कार्यकर्ता वाणी सुब्रमणियम ने जब बेला भाटिया की सुरक्षा को लेकर संदेश भेजा, जिसमें उन्होंने लिखा, "क्या भारत के लोगों को छत्तीसगढ़ में रहने का अधिकार नहीं है?! तो कल्लूरी के नंबर से जवाब आया, "हां, हम कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं. जल्द ही माओवादियों और उनके कुत्तों को बस्तर से बाहर फेंक दिया जाएगा."
जब हमने इस पूरे मामले को जानने के लिए इन संदेशों को भेजनने वाले एक नंबर पर कॉल किया तो वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कल्लूरी ने कहा कि उसके पास "बहुत कम समय है." जब हमने उनके संदेशों को पढ़ना शुरू किया तो उन्होंने कहा, "ये सब झूठे आरोप हैं और हम इस मामले में जांच कर रहे हैं."
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