भारत में राजनीतिक विवाद के बीच सोशल मीडिया क्षेत्र की दिग्गज कंपनी फेसबुक (Facebook) ने अपने प्लेटफॉर्म से हेट स्पीच (Hate Speech) हटाने को लेकर अपनी नीतियों पर शुक्रवार को सफाई पेश की है. फेसबुक इंडिया ने कहा कि हम खुले, पारदर्शी और गैर-पक्षपातपूर्ण मंच हैं. अमेरिकी अखबार की एक रिपोर्ट में आरोप लगाया था कि फेसबुक ने बीजेपी नेताओं के द्वेषपूर्ण बयानों को जानबूझकर नजरअंदाज किया है. इस खबर के सामने आने के बाद से बीजेपी और कांग्रेस में जुबानी जंग जारी है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने फेसबुक और व्हॉट्सएप पर बीजेपी-आरएसएस का नियंत्रण होने का आरोप लगाया था.
फेसबुक इंडिया के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अजित मोहन ने एक पोस्ट में कहा, "फेसबुक हमेशा से एक खुला और पारदर्शी मंच है. वह किसी पक्ष का समर्थन नहीं करता है. इस मंच पर लोग अपनी बात कहने के लिए स्वतंत्र हैं."
मोहन ने कहा, "इन दिनों हमारे ऊपर कई सवाल उठाए जा रहे हैं, खासकर हेट स्पीच (Hate Speech) को लेकर हमारी नीतियों को लागू करने में कई आरोप लगाए गए हैं. हमारे प्लेटफॉर्म पर हेट स्पीच के लिए कोई जगह नहीं है. सामग्री को लेकर हमारे पास एक निष्पक्ष दृष्टिकोण है और यह हमारे कम्युनिटी स्टैंडर्ड द्वारा संचालित होता है. हम पूरी दुनिया में इन नीतियों को लागू करते हैं और इसमें किसी की राजनीतिक स्थिति, विचारधारा या धार्मिक और सांस्कृतिक विश्वास की परवाह नहीं करते हैं.
उन्होंने कहा, "हमने भारत में नेताओं द्वारा पोस्ट किए गए उन कंटेट को हटाया है, जो हमारे कम्युनिटी स्टैंडर्ड्स का उल्लंघन करते हैं और आगे भी इस तरह की सामग्री को हटाना जारी रखेंगे."बता दें कि सूचना प्रौद्योगिकी मामलों पर संसद की स्थायी समिति ने फेसबुक को 2 सितंबर को तलब किया है. इस दौरान, फेसबुक के अधिकारी अपनी बात रखेंगे. इस समिति के अध्यक्ष कांग्रेस सांसद शशि थरूर हैं.
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