कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने शनिवार को कहा कि फ्रैंकलिन टेम्पलटन म्यूचुअल फंड द्वारा अपना छह ऋण योजनाएं बंद करना निवेशकों और वित्तीय बाजार के लिए गंभीर चिंता का विषय है. चिदंबरम ने एक बयान में कहा, ‘‘फ्रैंकलिन टेम्पलटन म्यूचुअल फंड का निर्णय निवेशकों, म्यूचुअल फंड और वित्तीय बाजारों के लिए गंभीर चिंता का विषय है. मुझे 2008 का वह समय याद आ रहा है जब ऐसी स्थिति पैदा हुई थी. उस वक्त हमने रिजर्व बैंक, सेबी और दूसरी संबंधित संस्थाओं से बातचीत की थी.''
उन्होंने कहा कि 2008 में वित्तीय स्थिरिता एवं विकास परिषद की बैठक बुलाई गई अैर समाधान निकाला गया. गौरतलब है कि फ्रैंकलिन टेम्पलटन म्यूचुअल फंड ने स्वेच्छा से अपनी छह ऋण योजनाओं को बंद करने कर दिया है.
उसने शुक्रवार को कहा कि उसके इस निर्णय के बारे में सेबी के साथ चर्चा की थी और निवेशकों की रकम सुरक्षित करने के उसके फैसले को पूंजी बाजार नियामक ने ‘‘औचित्यपूर्ण'' माना है. फ्रेंकलिन टेम्पलटन ने कहा कि निवेशकों को अपना पैसा वापस पाने के लिए कुछ महीनों तक इंतजार करना होगा.
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