पिछले रविवार को दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ड्रोन के चलते दो बार परिचालन रोकना पड़ा था
नई दिल्ली:
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ड्रोन के परिचालन के लिए रिमोट पायलेट लाइसेंस देने पर विचार कर रहा है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस तरह के मानवरहित हवाई वाहनों के इस्तेमाल के बारे में जल्द ही नियमों का मसौदा जारी किया जाएगा.
हालांकि, देश में ड्रोन आदि के वाणिज्यिक इस्तेमाल की अनुमति नहीं है लेकिन इस तरह के उदाहरण सामने आए हैं. हवाई पट्टियों के पास इस तरह की वस्तु दिखाई दी हैं.
पिछले रविवार को दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दो बार परिचालन रोकना पड़ा था. पायलटों ने विमान उतारने के समय ड्रोन जैसी वस्तु देखी थी. डीजीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नियामक ड्रोन के इस्तेमाल के बारे में नियमन दो या तीन दिन या अगले सप्ताह लाएगा.
बता दें कि भारत में ड्रोन परिचालन में इजाफा हो रहा है. सुरक्षा के मद्देनजर तो ड्रोन का इस्तेमाल होता ही रहा है, अब इसका कारोबारी इस्तेमाल भी कुछ जगह किया जाने की कोशिशें चल रही हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
हालांकि, देश में ड्रोन आदि के वाणिज्यिक इस्तेमाल की अनुमति नहीं है लेकिन इस तरह के उदाहरण सामने आए हैं. हवाई पट्टियों के पास इस तरह की वस्तु दिखाई दी हैं.
पिछले रविवार को दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दो बार परिचालन रोकना पड़ा था. पायलटों ने विमान उतारने के समय ड्रोन जैसी वस्तु देखी थी. डीजीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नियामक ड्रोन के इस्तेमाल के बारे में नियमन दो या तीन दिन या अगले सप्ताह लाएगा.
बता दें कि भारत में ड्रोन परिचालन में इजाफा हो रहा है. सुरक्षा के मद्देनजर तो ड्रोन का इस्तेमाल होता ही रहा है, अब इसका कारोबारी इस्तेमाल भी कुछ जगह किया जाने की कोशिशें चल रही हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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