
अरविंद केजरीवाल (Arvind kejrwal) सरकार द्वारा मुंडका के रानीखेड़ा में प्रस्तावित टेक्नोलाॅजी पार्क(Ranikheda Technology Park) को विकसित करने का कार्य मई-2021 में शुरू हो जाएगा. दो चरणों में विकसित किए जा रहे इस पार्क के पहले चरण कार्य 2023 और दूसरे चरण का कार्य 2025 में पूरा कर लिया जाएगा. डीएसआईआईडीसी का कहना है कि पार्क के विकसित होने के बाद 1.5 लाख लोगों को प्रत्यक्ष और 13.5 लाख लोगों को अप्रत्यक्ष तरीके से रोजगार मिलेगा. सीएम अरविंद केजरीवाल ने डीएसआईआईडीसी अधिकारियों को रानीखेड़ा टेक्नोलाॅजी पार्क को विकास करने कार्य तय समय सीमा के अंदर पूरा करने का निर्देश दिया है और इससे संबंधित टेंडर आदि प्रक्रिया की कार्रवाई भी यथाशीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए
रानीखेड़ा टेक्नोलाॅजी पार्क के पहले चरण का मई 2021 में शुरू होगा विकास कार्य
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज अपने आवास पर नई औद्योगिक पाॅलिसी के तहत बनाए जा रहे रानीखेड़ा टेक्नोलाॅजी पार्क को विकसित करने और डीएसआईआईडीसी में चल रहे पुनर्विकास कार्य को लेकर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की. इस बैठक में दिल्ली के उद्योग मंत्री सत्येंद्र जैन और डीएसआईआईडीसी के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.डीएसआईआईडीसी के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समक्ष टेक्नोलाॅजी पार्क और विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में किए जा रहे पुनर्विकास कार्यों को लेकर विस्तार से प्रोजेक्ट प्रजेंटेशन दिया. अधिकारियों ने सबसे पहले रानीखेड़ा टेक्नोलाॅजी पार्क को विकसित करने को लेकर प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया. उन्होंने सीएम को बताया कि रानीखेड़ा टेक्नोलाॅजी पार्क बनाने के लिए संबंधित सरकारी विभागों से सभी जरूरी एनओसी मिल चुकी है, जिसमें बिल्डिंग की उंचाई, फायर, निर्माण कार्य, ड्रेनेज, सीवेज आदि का एनओसी शामिल है.
डीएसआईआईडीसी के अधिकारियों ने बताया कि नई औद्योगिक पाॅलिसी के तहत रानीखेड़ा टेक्नोलाॅजी पार्क अपनी तरह का यह इकलौता पार्क होगा. यह टेक्नोलाॅजी पार्क दो चरणों में बनाया जाना है. इसकेे पहले चरण का निर्माण कार्य आगामी मई 2021 में शुरू हो जाएगा. इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया जल्द शुरू होने जा रही है. निर्माण कार्य शुरू करने से संबंधित सभी तैयारियां तेजी से पूरी की जा रही हैं और पहले चरण का कार्य मई 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा. इसी तरह, टेक्नोलाॅजी पार्क के दूसरे चरण का कार्य मई 2023 में शुरू होगा और इसका कार्य मई 2025 में पूरा कर लिया जाएगा.
औद्योगिक क्षेत्रों में सभी लंबित पुनर्विकास कार्य समयबद्ध तरीके से पूरा करने के निर्देश
सीएम अरविंद केजरीवाल को डीएसआईआईडीसी के अधिकारियों ने दिल्ली के विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में किए जा रहे पुनर्विकास कार्यों की भी विस्तार से जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि कई औद्योगिक क्षेत्रों में पुनर्विकास और रख-रखाव का कार्य चल रहा है. इसमें ओखला औद्योगिक क्षेत्र फेस-2, मंगोलपुरी औद्योगिक एरिया, मायापुरी औद्योगिक क्षेत्र, उद्योग नगर औद्योगिक क्षेत्र, पटपड़गंज औद्योगिक क्षेत्र, झिलमिल औद्योगिक क्षेत्र, झंडेवालान औद्योगिक क्षेत्र, लाॅरेंस रोड औद्योगिक क्षेत्र, कीर्ति नगर औद्योगिक क्षेत्र, जीटीके रोड औद्योगिक क्षेत्र और भोरगढ़ औद्योगिक क्षेत्र बवाना फेस-2 शामिल है. इन औद्योगिक क्षेत्र में ड्रेनेज और रोड की मरम्मत आदि कार्य किए जा रहे हैं.
अधिकारियों ने बताया कि कोविड के चलने औद्योगिक क्षेत्रों में चल रहे पुनर्विकास कार्य प्रभावित हुए थे. बाद में इन विकास कार्यों को पूरा करने के लिए नई समय सीमा निर्धारित की गई है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने नई डेड लाइन के अंदर सभी विकास कार्य को पूरा करने का निर्देश दिए हैं. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी औद्योगिक क्षेत्रों में जो भी विकास कार्य लंबित हैं, उन्हें नई डेडलाइन के अंदर अवश्य पूरा कर लिया जाए.
रानीखेड़ा टेक्नोलाॅजी पार्क में प्रदूषण रहित औद्वद्योगिक इकाइयां स्थापित की जाएंगी
दिल्ली सरकार के निर्देश पर डीएसआईआईडीसी रानीखेड़ा में 147 एकड़ भूमि पर करीब 5 हजार करोड़ रुपए की लागत से एक स्मार्ट एकीकृत आईटी पार्क विकसित कर रहा है. इस पार्क में करीब 30 बिल्डिंग ब्लाॅक होंगे. पूरी तरह से प्रदूषण रहित यह पार्क आधुनिक, उच्च मूल्य, ज्ञान आधारित औद्योगिक इकाइयों जैसे आईटी, आईटीईएस, मीडिया, बायोटेक्नोलॉजी, मेडिकल, बिजनेस सर्विस एंटरप्राइजेज, रिसर्च एंड इनोवेशन हब की स्थापना, फाइनेंशियल सर्विस हब, डिजाइन हब को समायोजित करने के लिए विकसित किया जा रहा है. एमपीडी-2021 के अनुसार, प्रोजेक्ट का लेआउट प्लान पहले ही स्थानीय अधिकारियों से अनुमोदित हो चुका है.
उम्मीद है कि इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद करीब 1.5 लाख लोगों को सीधे तौर पर रोजगार मिलेगा, जबकि अप्रत्यक्ष तरीके से 13.5 लाख लोगों रोजगार मिलेगा. यह पार्क रानीखेड़ा के बीच आगामी शहरी विस्तार रोड -2 के करीब स्थित है. प्रोजेक्ट स्थल वर्तमान में एनएच-9 और मुंडका मेट्रो स्टेशन से रोड के जरिए जुड़ा हुआ है, जो रानीखेड़ा से दिल्ली-रोहतक रोड और मुंडका रेलवे स्टेशन को जोड़ता है. यूईआर-2, आईजीआई हवाई अड्डे और डीएसआईआईडीसी प्रौद्योगिकी पार्क से लोगों, वस्तुओं और सेवाओं के तेज और बाधा मुक्त आवागमन के लिए प्रदान करेगा.
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