राजनाथ सिंह (फाइल फोटो)
संविधान दिवस पर संसद में चर्चा के दौरान राजनाथ सिंह ने आमिर खान पर ताना कसा है। उन्होंने कहा कि उपेक्षा के बावजूद डॉ अंबेडकर ने देश छोड़ने की बात कभी नहीं की।
डॉ. अंबेडकर के जरिये सरकार की तरफ से गृहमंत्री ने आमिर खान को जवाब दिया। आज लोकसभा में राजनाथ सिंह ने चर्चा के दौरान आमिर खान पर ताना कसते हुए कहा कि डॉ अंबेडकर ने दलित होने के चलते बहुत उपेक्षा झेली होगी, लेकिन इसके बावजूद कभी किसी तीसरे देश में जाने की नहीं सोची। उनके इतना बोलते ही लोकसभा में विपक्ष ने इस पर सवाल खड़े कर दिए। (जानें रविंद्र नाथ टैगोर की कविता के बहाने क्या कहना चाहते हैं आमिर खान)
सेकुलर शब्द का दुरुपयोग
राजनाथ सिंह ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि आज राजनीति में किसी शब्द का सबसे ज्यादा दुरुपयोग हुआ है तो वह है सेकुलर शब्द। उन्होंने कहा कि इसे बाद में संविधान की प्रस्तावना में जोड़ा गया। अगर ये ज़रूरी होता तो डॉ अंबेडकर पहले ही इसे प्रस्तावना में शामिल कर लेते। सेकुलर शब्द का सही अनुवाद धर्मनिरपेक्ष नहीं, पंथनिरपेक्ष।
अरुण जेटली ने भी साधा निशाना
राजनाथ सिंह से पहले वित्तमंत्री अरुण जेटली ने भारत को असहनशील कहने वालों को जवाब में कहा कि भारत दुनिया का सबसे उदार लोकतंत्र है, जहां मतभेदों के साथ ही नकली मतभेदों के लिए भी काफी जगह है। उन्होंने आमिर के बयान पर प्रतिक्रिया देने से यह कहते हुए मना कर दिया कि वह किसी एक शख्स के बयान पर टिपण्णी नहीं करेंगे।
उन्होंने एनडीटीवी के राहुल श्रीवास्तव के साथ खास बातचीत में ये बातें कहीं। उन्होंने ये सवाल भी उठाया कि क्या हम जानबूझकर खड़े किए गए मतभेदों पर कार्रवाई के लिए तैयार हैं।
(पढ़ें- अब एआर रहमान भी बोले, मैंने भी झेला है आमिर खान जैसा दर्द)
(पढ़ें- कुछ गुमराह कर रहे हैं, कुछ गुमराह हैं : आमिर खान के बयान पर वेंकैया नायडू)
डॉ. अंबेडकर के जरिये सरकार की तरफ से गृहमंत्री ने आमिर खान को जवाब दिया। आज लोकसभा में राजनाथ सिंह ने चर्चा के दौरान आमिर खान पर ताना कसते हुए कहा कि डॉ अंबेडकर ने दलित होने के चलते बहुत उपेक्षा झेली होगी, लेकिन इसके बावजूद कभी किसी तीसरे देश में जाने की नहीं सोची। उनके इतना बोलते ही लोकसभा में विपक्ष ने इस पर सवाल खड़े कर दिए। (जानें रविंद्र नाथ टैगोर की कविता के बहाने क्या कहना चाहते हैं आमिर खान)
सेकुलर शब्द का दुरुपयोग
राजनाथ सिंह ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि आज राजनीति में किसी शब्द का सबसे ज्यादा दुरुपयोग हुआ है तो वह है सेकुलर शब्द। उन्होंने कहा कि इसे बाद में संविधान की प्रस्तावना में जोड़ा गया। अगर ये ज़रूरी होता तो डॉ अंबेडकर पहले ही इसे प्रस्तावना में शामिल कर लेते। सेकुलर शब्द का सही अनुवाद धर्मनिरपेक्ष नहीं, पंथनिरपेक्ष।
अरुण जेटली ने भी साधा निशाना
राजनाथ सिंह से पहले वित्तमंत्री अरुण जेटली ने भारत को असहनशील कहने वालों को जवाब में कहा कि भारत दुनिया का सबसे उदार लोकतंत्र है, जहां मतभेदों के साथ ही नकली मतभेदों के लिए भी काफी जगह है। उन्होंने आमिर के बयान पर प्रतिक्रिया देने से यह कहते हुए मना कर दिया कि वह किसी एक शख्स के बयान पर टिपण्णी नहीं करेंगे।
उन्होंने एनडीटीवी के राहुल श्रीवास्तव के साथ खास बातचीत में ये बातें कहीं। उन्होंने ये सवाल भी उठाया कि क्या हम जानबूझकर खड़े किए गए मतभेदों पर कार्रवाई के लिए तैयार हैं।
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