उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में जान गंवाने वाले IB कर्मी के परिवारवालों ने पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाया. परिवार वालों का आरोप है कि आईबी के साथ सुरक्षा सहायक के रूप में काम करने वाले अंकित शर्मा के लापता होने के बाद भी पुलिस ने कल रात शिकायत दर्ज नहीं की. 26 साल के अंकित शर्मा का शव बुधवार को जाफराबाद के एक नाले से बरामद किया गया. जाफराबाद वह इलाका है जहां, सबसे ज्यदा हिंसा भड़की थी. आरोप है कि मंगलवार शाम को जब वह ड्यूटी से घर लौट रहे थे, तभी चांद बाग पुलिया पर बैठे कुछ अज्ञात लोगों ने उन्हें घेर लिया और पीट-पीटकर उनकी हत्या कर दी. इसके बाद उनलोगों ने शव को नाले में फेंक दिया. बता दें कि पिछले तीन दिनों में हुई हिंसा के दौरान कम से कम 23 लोगों की मौत हो गई और और लगभग 200 लोग घायल हैं. अंकित की मां ने NDTV को बताया कि 'पुलिस ने आज सुबह पहली FIR दर्ज की है.' साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस से जब हमने कल रात संपर्क किया तो उन्होंने हमारी शिकायत दर्ज नहीं की.
मंगलवार की घटनाओं को याद करते हुए उन्होंने कहा, 'अंकित कल शाम 4:30 बजे काम से वापस लौटा था. मुझे बताया गया कि तीन लोगों को भीड़ घेर लिया और उसे कही ले जा रहे थे. स्थानीय लोगों ने कहा कि उनमें से एक मेरा बेटा था.' उन्होंने बताया कि अंकित 23 साल की उम्र में आईबी में शामिल हुआ था. उसे दिल्ली पुलिस में भी नौकरी मिल गई थी, लेकिन उसने इंटेलिजेंस ब्यूरो को चुना. वह बेहद प्रतिभाशाली था.' उन्होंने कहा कि 'मेरा बेटा निर्दोष था. उसने अक्सर हमसे कहा, 'पैसे की परवाह मत करो.' वह अक्सर मुझे मेडिकल खर्चों के बारे में चिंता न करने के लिए कहता था.'
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अंकित के पिता रवींद्र शर्मा भी इंटेलिजेंस ब्यूरो के साथ काम करते हैं. उन्होंने आम आदमी पार्टी के एक नेता के समर्थकों पर अंकित पर हमला करने और उसे मारने का आरोप लगाया. रवींद्र शर्मा ने पुलिस को बताया कि पिटाई के बाद अंकित को गोली मार दी गई थी. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. एनडीटीवी से बात करते हुए परिवार के सदस्यों में से एक ने कहा, 'उसे (AAP नेता) पकड़ लो. वह मौतों के लिए ज़िम्मेदार है और वह भाग रहा है. पुलिस को उसे पकड़ना चाहिए.' उन्होंने कहा, 'वे हमारी शिकायतों पर तुरंत प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं. महिलाओं को परेशान किया जा रहा है, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है.'
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अंकित शर्मा की मौत पर शोक जताया. मुख्यमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, 'जान का नुकसान दुखद है. दोषी बख्शे नहीं जाऐंगे. अब तक 20 लोगों की जान जा चुकी है. दिल्ली के लोगों की पीड़ा देखना दुखदायी है. उन्होंने कहा, 'प्रार्थना है कि हम जल्द इस त्रासदी से उबर जाऐं और लोगों तथा समुदायों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए साथ मिलकर काम करें.'
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