दिल्ली पुलिस के आला अधिकारी आज कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के घर पहुंचे. कश्मीर में 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान राहुल के बयान पर पुलिस ने उनसे पूछताछ की. करीब दो घंटे के इंतजार के बाद पुलिस की राहुल गांधी से मुलाकात हो पाई. स्पेशल सीपी सागर प्रीत हुड्डा ने बताया कि दिल्ली पुलिस की मीटिंग राहुल गांधी के साथ हो गई है. हमने जो जानकारी उनसे मांगी है, वे वह हमारे साथ साझा करेंगे. उन्हें फिर से एक नोटिस दिया गया है, नोटिस उनके कार्यालय ने रिसीव किया है.
दिल्ली पुलिस की मीटिंग राहुल गांधी के साथ हो गई है, हमने जो जानकारी उनसे मांगी है वे हमें साझा करेंगे। उन्हें एक नोटिस दिया गया है, नोटिस उनके कार्यालय द्वारा रिसिव किया गया है: सागर प्रीत हुड्डा, स्पेशल सीपी, कानून-व्यवस्था, दिल्ली https://t.co/WmIHGlUaSu pic.twitter.com/gKcDUPEH75
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 19, 2023
दरअसल 16 मार्च को दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी को नोटिस दिया था, लेकिन राहुल ने उसका कोई जवाब नहीं दिया. इसके बाद दिल्ली पुलिस आज उनके घर पहुंची. इस बीच राहुल गांधी के घर के बाहर खड़े कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया. पुलिस का कहना है कि राहुल गांधी ने उनसे कहा कि यात्रा लंबी थी, मुझे कुछ याद नहीं. पुलिस इस मामले में राहुल गांधी का बयान दर्ज करेगी. हालांकि, अभी इसके लिए कोई समय तय नहीं किया गया है. आपको बता दें कि राहुल गांधी ने कश्मीर में कहा था कि उनसे कई महिलाओं ने यौन उत्पीड़न की शिकायत की है. आज भी महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न हो रहा है. दिल्ली पुलिस राहुल गांधी से उन महिलाओं की डिटेल्स जानना चाहती है, ताकि कानूनी कार्रवाई की जा सके.
दिल्ली: 'यौन उत्पीड़न' पीड़ितों के बारे में जानकारी मांगने के लिए पुलिस द्वारा दिए गए नोटिस के संबंध में स्पेशल सीपी (कानून-व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के आवास पर पहुंचे। राहुल गांधी ने इसका उल्लेख भारत जोड़ो यात्रा के दौरान अपने भाषण में किया था। pic.twitter.com/kyIImrsrUa
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कांग्रेस के शीर्ष सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ या तो स्वत: संज्ञान या शिकायत के आधार पर नोटिस जारी करने की कोई कानूनी मिसाल नहीं है. कांग्रेस इसे दिल्ली पुलिस के एक अन्य उत्पीड़न उपकरण के रूप में देखती है. कोई एक बयान हो सकता है, लेकिन उसके लिए पीड़ितों के नाम आदि बताने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता है. कांग्रेस का कहना है कि शिकायत द्वेषपूर्ण और फर्जी है.
#WATCH | 16 Opposition parties except TMC are demanding JPC but suddenly they (BJP) brought up an issue of what Rahul Gandhi said in London. They are presenting his statement in a distorted manner to divert attention from JPC&to defame Congress &Rahul Gandhi: Cong leader J Ramesh pic.twitter.com/MPDuGaWuik
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कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एएनआई से कहा, "भारत जोड़ो यात्रा को समाप्त हुए 45 दिन हो चुके हैं. वे (दिल्ली पुलिस) 45 दिनों के बाद पूछताछ के लिए जा रहे हैं. अगर उन्हें इतनी ही चिंता है तो फरवरी में उनके पास क्यों नहीं गए? राहुल गांधी की कानूनी टीम इसका कानून के अनुसार जवाब देगी." जयराम रमेश के साथ-साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलौत, कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी भी राहुल गांधी के घर पहुंचे. अभिषेक मनु सिंघवी ने दिल्ली पुलिस के जाने के बाद कहा कि केंद्र सरकार उत्पीड़न कर रही है. बयान के 45 दिनों के बाद दिल्ली पुलिस की यह कार्रवाई प्रतिशोध की राजनीति है.
बिना गृह मंत्रालय और बिना ऊपर के निर्देश के यह संभव नहीं कि यह(पुलिस) यहां तक पहुंचे। जब राहुल गांधी ने कह दिया कि उन्हें नोटिस मिला है वे उसका जवाब देंगे इसके बावजूद पुलिस यहां पहुंची है: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के घर पर दिल्ली पुलिस के पहुंचने पर राजस्थान CM अशोक गहलोत pic.twitter.com/A0DDJNl3IW
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आम आदमी पार्टी का भी आया बयान
राहुल गांधी से पूछताछ के लिए दिल्ली पुलिस के उनके घर पहुंचने पर AAP नेता और दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हम तो हमेशा से यह बात कहते रहे हैं कि केंद्र सरकार अपनी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. हमें यह बात कहने में कोई हर्ज नहीं है कि अगर राहुल गांधी के साथ भी एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है, तो यह ग़लत है. ऐसा नहीं होना चाहिए. हम वे लोग नहीं हैं, जो कहेंगे कि राहुल गांधी के साथ बहुत अच्छा हो रहा है, जैसा कि अक्सर कांग्रेस के नेता हमारे लिए कहते हैं. एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है, तो यह गलत है. ऐसा नहीं होना चाहिए.
लंदन वाले बयान पर भी मचा है हंगामा
आपको बता दें कि राहुल गांधी के लंदन में दिए गए बयान पर संसद में हंगामा मचा हुआ है. भाजपा के सूत्रों का कहना है कि वे कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को तब तक सदन में बोलने नहीं देंगे, जब तक कि वे लंदन में भारतीय लोकतंत्र पर की गई अपनी टिप्पणी के लिए माफी नहीं मांग लेते. बजट सत्र का पहला हफ्ता दोनों सदनों में विरोध और नारेबाजी के कारण नहीं चला. भाजपा राहुल गांधी से माफी की मांग कर रही है तो विपक्ष अडाणी समूह के खिलाफ अमेरिकी शॉर्टसेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) पर अड़ा हुआ है.
राहुल गांधी ने रखा अपना पक्ष
इस मामले में एक संसदीय पैनल की बैठक में शनिवार को राहुल गांधी ने लंदन में अपने भाषण के बारे में विस्तार से बात की. भाजपा ने आरोप लगाया कि उन्होंने विदेश में लोकतंत्र पर सवाल उठाकर देश का अपमान किया है. सूत्रों के अनुसार, वायनाड के सांसद ने इस पर कहा कि उन्होंने केवल भारत के लोकतंत्र के बारे में सवाल उठाए, और इसके लिए उन्हें "राष्ट्र-विरोधी" करार नहीं दिया जा सकता. विदेश मंत्रालय की अध्यक्षता वाली एक संसदीय सलाहकार समिति में, राहुल गांधी ने यह भी कहा कि उन्होंने किसी अन्य देश को इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए नहीं कहा है.
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